Brazil: ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों ने राजधानी ब्रासीलिया में जमकर हंगामा किया।पिछले हफ्ते लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के विरोध में प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ते हुए कांग्रेस (संसद भवन), राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुस गए। मालूम हो कुछ ऐसा ही साल 2021 में अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने भी किया था, जिन्होंने वाशिंगटन डीसी पर 6 जनवरी को हमला कर दिया था, इस दौरान कई लोग बाल-बाल बचे थे।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सरकारी कार्यालयों में जबरन घुसे 395 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।दूसरी तरफ गवर्नर इवानिस रोचा ने बताया कि सभी प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है। जो इस उपद्रव में शामिल है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Brazil: क्या है पूरा मामला?
Brazil: गौरतलब है कि पिछले वर्ष 30 अक्तूबर को ब्राजील में चुनाव हुए थे।पुन:चुनाव में बोलसोनारो अपने प्रतिद्वंद्वी डी सिल्वा से हार गए थे। इसके बाद बाद उनके कई समर्थक देशभर में सैन्य बैरक के बाहर एकत्रित हुए और चुनाव परिणाम मानने से इनकार कर दिया।
वामपंथी नेता लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।बावजूद इसके काफी दिनों तक बोलसोनारो ने अपनी हार नहीं स्वीकारी, जबकि उनके समर्थक भी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
Brazil: जमकर काटा बवाल
Brazil: प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्राजीलिया में उपद्रव कर रहे लोगों ने हरे और पीले झंडे के कपड़े पहने थे, उनमें से एक समूह के लोग सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर चढ़ गए।
जारी एक वीडियो में दिख रहा है कि प्रदर्शनकारी स्पीकर के डायस पर चढ़कर माइक से छेड़छाड़ कर रहे हैं। एक अन्य वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे भीड़ एक पुलिसकर्मी को उसके घोड़े से खींचकर जमीन पर गिरा रही है।
उपद्रवियों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिसमें दंगाइयों को कांग्रेस भवन में प्रवेश करते के साथ दरवाजे और खिड़कियां तोड़ते हुए दिखाया जा रहा।
पुलिस ने दंगाइयों को रोकने के लिए ब्रासीलिया के थ्री पॉवर्स स्क्वायर के चारों ओर एक सुरक्षा घेरा स्थापित किया, ताकि उनको रोका जाए।आखिरकार पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी लेकिन कुछ नहीं हुआ।
Brazil: यूएस ने की निंदा
वहीं इस पूरे घटनाक्रम की यूएस प्रेजिडेंट जो बाइडन ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों द्वारा देश के कांग्रेस, राष्ट्रपति महल और सुप्रीम कोर्ट में धावा बोलने के बाद को गलत बताया। एक ट्वीट में बाइडन ने जोर देकर कहा कि ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं को अमेरिका का पूरा समर्थन प्राप्त है।
राष्ट्रपति बाइडन ने ट्वीट किया कि मैं ब्राजील में लोकतंत्र पर और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों को हमारा पूरा समर्थन है और ब्राजील के लोगों की इच्छा को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए।
दूसरी तरफ यूएनओ महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमले की निंदा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थानों की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए।
गुटेरेस ने एक ट्वीट में कहा कि मैं ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं पर आज हुए हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थानों की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए।
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