अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल को एक साल पूरा हो चुका है। ट्रंप अपनी हाजिर जवाबी के लिये दुनिया में मशहूर हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले राष्ट्रपतियों में ट्रंप का नाम भी शुमार है। ट्रंप प्रशासन के शुरुआती 100 दिनों की कवरेज के आधार पर एक रिपोर्ट जारी की गई है। जिसके तहत पिछले एक साल में राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने संबोधन में 2140 बार झूठ अथवा गुमराह करने वाले आंकड़ों का इस्तेमाल किया है।
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के एक साल बाद अमेरिका में करीब हजारों महिलाएं पुरुष समर्थकों के साथ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ सड़कों पर उतरीं। महिलाओं का यह दूसरा मार्च था जो कि ट्रंप की नीतियों के खिलाफ एक राष्ट्र व्यापी श्रृंखला थी। महिलाओं ने इस मार्च को राजधानी वाशिंगटन, न्यूयॉर्क, लॉस एंजेलिस, शिकागो और लगभग 250 अन्य शहरो में आयोजित किया था। महिलाओं का यह मार्च राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों के खिलाफ था।
प्रदर्शनकारियों ने ‘फाइट लाइक अ गर्ल‘ और ‘अ वुमेन प्लेस इज इन व्हाइट हाउस‘ और ‘इलेक्ट अ क्लाउन, एक्स्पेक्ट अ सर्कस‘ जैसे नारे लगाए।
हॉलीवुड अभिनेत्री इवा लोंगोरिया ने लॉस एंजेलिस में महिलाओं की रैली को संबोधित करते हुए कहा,“ आपका वोट आपके व्यक्तिगत निखार में सबसे बड़ा शक्तिशाली अस्त्र है। प्रत्येक व्यक्ति को मतदान के लिए विशेषाधिकार प्राप्त होना चाहिए।”
इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर रैली का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने पिछले साल के आर्थिक लाभ के कारण महिलाओं को लाभान्वित किया था। ट्रंप ने लिखा,“ हमारे महान देश में सभी जगह काफी अच्छा मौसम है महिलाओं के लिए मार्च एक आदर्श दिन है। पिछले 12 महीनों में काफी सुधार किये गये हैं और पिछले 18 सालों में महिलाओं की बेरोजगारी में काफी कमी आई है।”
Beautiful weather all over our great country, a perfect day for all Women to March. Get out there now to celebrate the historic milestones and unprecedented economic success and wealth creation that has taken place over the last 12 months. Lowest female unemployment in 18 years!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 20, 2018
श्रम मंत्रालय के अनुसार दिसंबर में 3.7 प्रतिशत महिलाएं बेजरोजगार थी। टेनेसी की एक 39 वर्षीय वकील केटी ओ कॉनर ने कहा कि वह ट्रम्प को सत्ता से बाहर करना चाहती हैं। उन्होंने कहा,“ मुझे विश्वास नहीं है कि यह प्रशासन महिलाओं के लिए कुछ अच्छा कर रहा है।” इससे पहले पिछले साल हुए महिलाओं की राष्ट्र व्यापी रैली में करीब 50 लाख लोगों ने हिस्सा लिया था।