Bilkis Bano: बिलकिस बानो के गैंगरेप और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या करने वाले 11 आरोपियों को रिहा कर दिया गया है। जिसके बाद से ये मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है। लोग गुजरात सरकार के रिहाई के फैसले का विरोध कर रहे हैं। 5 महीने की गर्भवती महिला के साथ रेप और फिर उसके परिवार के लोगों की हत्या करने वाले मुजरिमों की रिहाई अब सवालों के घेरे में है, इस बीच बीजेपी के गोधरा से विधायक का विवादित बयान सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस बयान के सामने आने के बाद हंगामा मच गया है।
गोधरा से MLA सी. के. राउलजी ने कहा कि 2002 के गुजरात दंगों के इस मामले में दोषी कुछ लोग ब्राह्मण हैं जिनके अच्छे संस्कार हैं और यह संभव है कि उनके परिवार की अतीत की गतिविधियों के चलते उन्हें फंसाया गया होगा। उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता कि 15 साल से ज्यादा समय के बाद जेल से रिहा हुए सारे आरोपी अपराध में शामिल थे भी या नहीं। बीजेपी विधायक यही नहीं रुके उन्होंने दोषियों के फूल-माला से हुए स्वागत को भी सही ठहराया है। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसका लोग काफी विरोध कर रहे हैं।
Bilkis Bano: गुजरात सरकार की ‘माफी योजना’ के तहत किया रिहा
बता दें कि विधायक राउलजी गुजरात सरकार के इस पैनल के दो बीजेपी नेताओं में से एक थे, जिसने सर्वसम्मति से बलात्कारियों को रिहा करने का फैसला किया था। यह फैसला तब किया गया जब मामले के एक दोषी ने ‘माफी’ की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी।
विधायक रिपोर्टर से कहते हुए नजर आ रहे हैं कि मैं नहीं जानता, उन्होंने कोई अपराध किया या नहीं लेकिन अपराध करने का इरादा होना चाहिए।
बिलकिस बानो के अपराधियों को गुजरात सरकार ने सजा माफी योजना के तहत रिहा किया है। राउलजी का कहना है कि हमने उच्चतम न्यायालय के आदेश के आधार पर निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि हमने जेलर से पूछा और पता चला कि जेल में उनका आचरण अच्छा था।
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