मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि भारत में मौजूदा 122 पूर्व सांसदों और विधायकों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के केस चल रहे हैं। ईडी ने इन नामों की सूची भी कोर्ट में पेश कर दी है। इस सूची में बड़े विपक्षी नेता और हाई प्रोफाइल नाम शामिल हैं। इसमे भाजपा मंत्रियों को नाम भी शामिल है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में जो लिस्ट जमा की गई है उसकी शुरुआत ए राजा और के कनिमोझी से होती है। इन लोगों ने साल 2010 में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट के बाद मनी लॉन्ड्रिंग के केस का सामना किया था। बाद में दोनों को बरी कर दिया गया और सीबीआई की अपील दिल्ली हाई कोर्ट में लंबित है।
सूची में कई पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम भी हैं, इनमें भाजपा के बीएस येदियुरप्पा, कांग्रेस के बीएस हुड्डा, वीरभद्र सिंह (निधन के बाद), ओ इबोबी सिंह, जेडीएस के गेगोंग अपांग, कांग्रेस के नबाम तुकी, इनेलो के ओपी चौटाला (ट्रायल पूरा), एनसीपी के चर्चिल अलेमाओ और कांग्रेस के दिगंबर कामत और अशोक चव्हाण शामिल हैं। ईडी की इस लिस्ट में सुवेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय, फारूक अबदुल्ला, लालू प्रसाद यादव, जगन रेड्डी और अमरिंदर सिंह का नाम भी शामिल है।
यह भी पढ़ें:
पी.चिदंबरम की बढ़ी मुश्किलें, एयरसेल मैक्सिस मामले में मुकदमा चलाने के लिए मोदी सरकार ने दी मंजूरी
आईएनएक्स मीडिया: ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पी चिदंबरम से की पूछताछ
लिस्ट में अगला नंबर पी चिदंबरम और कार्ति के पिता-पुत्र की जोड़ी है। पिता पुत्र की यह जोड़ी दो-दो मामलों का सामना कर रहे हैं। इनमें पहला साल 2012 में एयरसेल-मैक्सिस सौदे में गड़बड़ी को लेकर दर्ज किया गया था,और दूसरा साल 2017 में मीडिया में एफडीआई को मंजूरी को लेकर दर्ज किया गया था।