बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार ने आज जो मुकाम हासिल किया है, वहां तक पहुँचने की राह आसान नहीं रही। उनके संघर्षों और ठोकरों से भरे दौर की एक झलक हाल ही में फिल्ममेकर सुनील दर्शन ने साझा की, जब वह अपनी नई फिल्म अंदाज़ 2 के प्रमोशन में व्यस्त थे। दर्शन ने खुलासा किया कि कैसे अक्षय को करियर की शुरुआत में गंभीर उपेक्षा और अपमान का सामना करना पड़ा।
जब फ्लॉप फिल्मों ने बिगाड़ा करियर का ग्राफ
एक मीडिया बातचीत में सुनील दर्शन ने बताया कि जब उन्होंने जानवर के लिए अक्षय कुमार को साइन किया था, उस समय अभिनेता इंडस्ट्री के सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे। उनकी एक के बाद एक करीब 14 फिल्में फ्लॉप हो चुकी थीं। उस स्थिति में न तो उन्हें अच्छी स्क्रिप्ट मिल रही थी और न ही बुरी, क्योंकि निर्माता अब उन्हें फिल्में देने से कतराने लगे थे।
‘जानवर’ ने अक्षय को दी नई पहचान
दर्शन ने बताया कि शुरुआत में जानवर फिल्म सनी देओल के लिए लिखी गई थी, लेकिन उनके मना करने के बाद अजय देवगन का नाम सामने आया। इसी दौरान अक्षय ने उनसे संपर्क किया। दर्शन के शब्दों में, “वो एक सादगीभरा, अनुशासित पंजाबी नौजवान था, लेकिन उसकी सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि फिल्म बाज़ार में उसकी कोई मांग नहीं थी। एक ऐसा अभिनेता, जिस पर किसी को यकीन नहीं था – उसके साथ एक मेजर फिल्म बनाना रिस्की था, लेकिन वही दांव चल गया और जानवर ने उसकी किस्मत पलट दी।”
इंडस्ट्री में झेलनी पड़ी बेइज्जती, ‘कचरा’ कहा गया
फिल्मकार ने उन दिनों को भी याद किया जब अक्षय को इंडस्ट्री में गंभीर अपमान का सामना करना पड़ा था। उन्होंने बताया, “उस दौर में कुछ नामचीन निर्माता उनके बारे में बेहद आपत्तिजनक बातें करते थे। अक्षय ने खुद मुझसे कहा था कि वे लोग मुझे ‘कचरा’ कहकर बुलाते थे। ऐसी बातें किसी भी कलाकार के आत्मसम्मान को चुभ सकती हैं।”
अंत में अपनी शर्तों पर जीता सम्मान
सुनील दर्शन ने इस बात पर संतोष जताया कि जब सभी ने अक्षय को नकार दिया था, तब उन्होंने साथ निभाया। उन्होंने कहा, “मैंने उन्हें उनके सबसे कठिन समय में सपोर्ट किया। और जब उन्होंने वापसी की, तो उन्हीं लोगों के साथ काम किया — मगर अपनी शर्तों पर। वो मेरे लिए भी एक निजी जीत की तरह था।”
एक गहरा रिश्ता, जो दोस्ती से बढ़कर था
अंत में सुनील दर्शन ने अक्षय के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए कहा, “वो सात साल तक मेरे ऑफिस में घर जैसा महसूस करते थे। जब उनकी शूटिंग नहीं होती थी, तब भी वो यहीं वक्त बिताते थे। दोस्ती: फ्रेंड्स फॉरएवर हमारी आखिरी फिल्म थी, लेकिन हमारे बीच की दोस्ती और जुड़ाव को बखूबी दर्शाती है।”









