अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में पोस्ट-डॉक्टरेट फेलो के रूप में अध्ययन कर रहे भारतीय शोधकर्ता बदर खान सूरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें जल्द ही अमेरिका से निर्वासित किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार रात वर्जिनिया स्थित उनके आवास से कुछ नकाबपोश एजेंटों ने उन्हें हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के दस्तावेज़ों के अनुसार, एजेंटों ने खुद को होमलैंड सिक्योरिटी विभाग से जुड़ा अधिकारी बताया और खान को जानकारी दी कि उनका वीजा रद्द कर दिया गया है।
वकील ने दी सफाई
बदर खान सूरी के वकील हसन अहमद ने उनकी रिहाई के लिए अदालत में याचिका दायर की है। उन्होंने दावा किया कि खान की गिरफ्तारी उनकी पत्नी के फलस्तीनी मूल का अमेरिकी नागरिक होने से जुड़ी हो सकती है। वकील का कहना है कि अमेरिकी सरकार को संदेह है कि सूरी और उनकी पत्नी इजरायल को लेकर अमेरिका की विदेश नीति का विरोध कर सकते हैं, जिस कारण उन्हें निशाना बनाया गया है।
खान पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने फलस्तीनी संगठन हमास का समर्थन किया, जिसे अमेरिका आतंकवादी संगठन मानता है। इसके अलावा, उन पर एक संदिग्ध आतंकी से करीबी संबंध रखने के भी आरोप लगे हैं।