West Bengal Panchayat Polls:राज्य चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की तारीखों का बहुत पहले ही ऐलान कर दिया था। आयोग के अनुसार, राज्य में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव होने हैं। इसके नतीजे 11 जुलाई को आएंगे। वहीं, चुनाव की तारीख का ऐलान होने बाद से प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीजेपी, कांग्रेस, टीएमसी समेत अन्य दल नामांकन और चुनावी अभियान के कार्यों में व्यस्त हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल में हिंसा की खबर सामने आ रही है। पिछले कई दिनों से प्रदेश में हिंसा की घटना हो रही है। इसको लेकर बीजेपी ममता सरकार और राज्य चुनाव आयोग पर हमलावर है। वहीं, अब तो सीएम ममता की पार्टी के सांसद सौगत रॉय ने भी प्रदेश में हिंसा की बात कही है।

West Bengal Panchayat Polls: हिंसा में टीएमसी के 3 लोगों की मौत- सांसद सौगत रॉय
पश्चिम बंगाल में अगले महीने पंचायत चुनाव होने वाले हैं। इस बीच यहां हिंसा की कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं। बीजेपी ने ममता सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के लोग बीजेपी के उम्मीदवारों के नामांकन में रूकावट पैदा कर रहे हैं। हालांकि अब नामांकन की तारीख खत्म हो गई है। नामांकन के दौरान झड़प भी हुई थी। वहीं, टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि हिंसा में उनकी पार्टी के 3 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,”टीएमसी के 3 लोगों की मौत हुई है। कानून और व्यवस्था राज्य सरकार के अधीन है, यह राज्यपाल का काम नहीं है। चुनावी हिंसा को देखना राज्य चुनाव आयुक्त का काम है। चुनावों की घोषणा के बाद राज्यपाल की कोई भूमिका नहीं होती है।”
हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही सरकार- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
वहीं, टीएमसी के सांसद के इस बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने प्रदेश की ममता सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा,”सीएम कुछ कह रही हैं और सौगत राय कुछ कह रहे हैं। राज्य चुनाव आयोग सरकारी रिपोर्ट के आधार पर कह रहा है कि किसी की मौत नहीं हुई और कोई राजनीतिक झड़प नहीं हुई।” उन्होंने आगे कहा,”राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग दोनों चुप बैठे हैं और हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। हम राज्यपाल को धन्यवाद देते हैं जो बंगाल के लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।”
वहीं, दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भी पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा,”सिर्फ बीजेपी के नेताओं पर हमला नहीं हो रहा, वहां(पश्चिम बंगाल) की जनता की आवाज नहीं सुनी जा रही है। वहां कोर्ट के आदेश का सम्मान नहीं रखा जा रहा है। पश्चिम बंगाल में जो स्थिति पैदा की जा रही है, वो अराजक तत्व हैं जो देश-दुनिया को अपने तरीकों से चलाना चाहते हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में न्यायपूर्ण तरीके से चुनाव होना भी लोकतांत्रिक व्यवस्था है।”
बताते दें कि इससे पहले भी सुकांत मजूमदार ने पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर सीएम ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने, बीते दिनों कहा,”पश्चिम बंगाल में बहुत ऐसे ब्लॉक हैं जहां लोग नामांकन नहीं कर पा रहे हैं और बम-बंदूक की राजनीति चल रही है।” उन्होंने आगे कहा,”चुनाव आयोग का काम करने का कोई तरीका नहीं है, वे पुलिस के भरोसे बैठे हैं। उन्होंने अब तक सेंट्रल फोर्स की मांग नहीं की है। सत्ताधारी दल चुनाव आयोग को चला रहे हैं।”
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