West Bengal Panchayat Polls:पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को एक चरण में पंचायत चुनाव होना है। राज्य चुनाव आयोग के द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, इस चुनाव के लिए नमांकन कराने की तारीख जा चुकी है। सारी राजनीतिक पार्टियां अब चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस दौरान राज्य में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। बंगाल के कई क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से हिंसा की खबर सामने आई है। इसमें कई लोगों की मौत भी बताई जा रही है। खुद टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा था कि हिंसा में तीन टीएमसी कार्यकर्ताओं की भी मौत हुई है।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने पंचायत चुनाव से पहले हिंसा के मद्देनजर राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति व्यक्त की है। अब राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बंगाल में पंचायत चुनाव और हिंसा को लेकर अपनी बात कही है।
West Bengal Panchayat Polls: हिंसा, हत्या और डराने-धमकाने की मिली शिकायत- राज्यपाल
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कई सवालों का जवाब दिया है। सत्तारूढ़ टीएमसी द्वारा राज्य में उनके आंदोलन की आलोचना करने पर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा,”मुझे किसी से आंदोलन प्रतिबंध नहीं मिला है। राजनीतिक दलों द्वारा बाहर जो बात की जाती है, वह उनका अधिकार है। मैं अपना कर्तव्य निभाऊंगा, जिस तरह से मुझे लगता है कि यह सही है। यह कानून के शासन के ढांचे के भीतर और बंगाल के लोगों के हितों को बनाए रखने के लिए भारत के संविधान के भीतर होगा।”
टीएमसी सरकार के यह कहने पर कि वह राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी, इस पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा,”उच्च न्यायालय के आदेशों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने वाला कोई भी पीड़ित पक्ष भारतीय व्यवस्था में बहुत स्वाभाविक है। सर्वोच्च न्यायालय किसी भी मुद्दे पर अंतिम निर्णय देता है। आइए हम धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करें और देखें।”
पंचायत चुनाव से पहले राजभवन द्वारा खोले गए ‘शांति कक्ष’ पर पर बंगाल के राज्यपाल ने अपनी बात कही। उन्होंने कहा,”हमें हिंसा, हत्या, डराने-धमकाने की कई शिकायतें मिली थीं। हम इसे सुलझा लेंगे और त्वरित कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी और अथॉरिटी द्वारा काम करेंगे।”
राज्यपाल बोस ने कहा कि कुछ गुमराह समूहों और गुमराह व्यक्तियों द्वारा कुछ इलाकों में हिंसा कैसे की गई? उन्होंने आगे कहा,”मैं फील्ड में गया था क्योंकि मुझे पता है कि किसी भी पदाधिकारी द्वारा दी गई कोई भी रिपोर्ट पूरी नहीं होगी, पक्षपातपूर्ण होगी। जहां कहीं भी हिंसा हुई है, वहां कानून व्यवस्था की समस्या है।”
यह भी पढ़ेंः