Manipur Violence: मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद भी हालात सामान्य नहीं हो रहे हैं। गुरुवार (12 अक्टूबर) को हुई उग्रवादियों की फायरिंग में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव से भागे लोगों कहना है कि सेना ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वे कुकी उग्रवादियों को नागरिकों पर गोलीबारी नहीं करने देंगे।

बता दें, उग्रवादी ग्रामीणों पर हमला करने के लिए आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की तो उग्रवादियों को अपनी गाड़ी छोड़कर फरार होना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
Manipur Violence: तलाशी अभियान जारी
हिंसा भड़कने के बाद उग्रवादियों ने बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद लूटे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने हथियार बरामद करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीआरपीएफ के पूर्व महानिदेशक कुलदीप सिंह ने बताया कि लूटी गईं सभी बंदूकें बरामद होने तक तलाशी अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा, “15 दिनों के अंत में केंद्र और राज्य दोनों के सुरक्षा बल, ऐसे हथियारों को बरामद करने के लिए पूरे राज्य में एक मजबूत और व्यापक तलाशी अभियान चलाएंगे, और किसी भी अवैध हथियार से जुड़े सभी व्यक्तियों से सख्ती से निपटा जाएगा।”
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