तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी और राज्यपाल आर.एन. रवि (RN Ravi) के बीच सियासी टकराव तेज हो गया है। राज्यपाल के खिलाफ एक डीएमके कार्यकर्ता के अपमानजनक भाषण ने अब गंभीर राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। “अगर आप अपने भाषण में अंबेडकर का नाम नहीं ले सकते तो कश्मीर जाइए” डीएमके कार्यकर्ता शिवाजी कृष्णमूर्ति ने राज्यपाल को मारने के लिए आतंकियों को वहां भेजने की धमकी दी है। भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया और कृष्णमूर्ति की तत्काल गिरफ्तारी और आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की।
डीएमके कार्यकर्ता ने क्या कहा?
‘अगर तमिलनाडु में यह व्यक्ति (राज्यपाल को संबोधित करते हुए) अपने भाषण में संवैधानिक वास्तुकार अंबेडकर के नाम का उल्लेख करने से इनकार करता है, तो क्या उन्हें थप्पड़ नहीं मारा जा सकता है?’ क्या ये वही नहीं हैं जिन्होंने संविधान के नाम पर शपथ ली थी? क्या अंबेडकर वो नहीं हैं जिन्होंने संविधान का मसौदा तैयार किया था? अगर आप (राज्यपाल) ऐसे लोगों के नाम नहीं बता सकते तो कश्मीर जाइए। हम आपको वहां गोली मारने के लिए आतंकवादी भेजेंगे।

डीएमके ने बयान से बनाई दूरी
डीएमके ने राज्यपाल को लेकर शिवाजी कृष्णमूर्ति के बयान से खुद को अलग कर लिया है। हमारी पार्टी राज्यपाल का सम्मान करती है। DMK ने कहा कि अभद्र भाषा व्यक्तिगत थी और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं था। इस बीच, भाजपा ने मांग की है कि शिवाजी कृष्णमूर्ति को गिरफ्तार किया जाए और आपराधिक मामला दर्ज किया जाए। बीजेपी ने DMK पर आतंकी लिंक होने का भी आरोप लगाया है।
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