जनता दल सेक्युलर सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप को लेकर मचे सियासी तूफान के बीच उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि रेवन्ना को जल्द से जल्द मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम के सामने पेश होना होगा। इससे पहले एसआईटी ने जांचकर्ताओं के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय देने का उनका अनुरोध ठुकरा दिया था।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना एक बड़े विवाद के केंद्र में हैं। एक महिला ने उन पर और उनके पिता एचडी रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला ने पुलिस को बताया है कि वह रेवन्ना के घर पर काम करती थी। महिला ने जेडीएस सांसद पर उसकी बेटी को वीडियो कॉल पर परेशान करने का भी आरोप लगाया है। मालूम हो कि प्रज्वल रेवन्ना के कई वीडियो इस समय इंटरनेट पर वायरल हैं।
प्रज्वल रेवन्ना के वकील अरुण जी ने पहले कहा था कि मामले में कई पहलू हैं और उन पर ध्यान देने के लिए समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “प्रज्वल ने कहा है कि उन्हें आने और जांच में सहयोग करने के लिए 7 दिन का समय चाहिए। मुझे लगता है कि सात दिन देने से जांच में कोई गंभीर कठिनाई नहीं होनी चाहिए।”
वकील ने कहा कि प्रज्वल ने कहा है कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई है। एक्स पर एक पोस्ट में, जेडीएस सांसद ने कहा है, “चूंकि मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के माध्यम से सीआईडी को सूचित किया है। सच्चाई जल्द ही सामने आएगी।”
इस बीच, आरोपों ने इस चुनावी मौसम में राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है। जेडीएस ने चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया है और प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ आरोपों ने कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ चौतरफा हमलावर बना दिया है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है और उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जिस नेता के कंधे पर पीएम हाथ रखकर फोटो खिंचवाते हैं, जिस नेता के लिए पीएम खुद चुनाव से 10 दिन पहले प्रचार करने जाते हैं। मंच पर उसकी तारीफ करते हैं। आज कर्नाटक का वो नेता देश से फरार है। उसके जघन्य अपराधों के बारे में सुनकर ही मेरा दिल कांप जाता है। उसने सैकड़ों महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी है। क्या आप चुप रहेंगे?”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वालों के साथ नहीं रह सकती और सवाल किया कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने पहले उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की।
गृह मंत्री ने कहा,”हमारा जेडीएस के साथ गठबंधन है। अब प्रज्वल रेवन्ना की सीडी आई है। कांग्रेस ने सोचा कि वे भाजपा को घेर सकते हैं। मैं यहां स्पष्ट कर रहा हूं कि भाजपा उन लोगों के साथ नहीं रह सकती जो महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करते हैं । वोक्कालिगा बेल्ट में चुनाव खत्म होने तक आपने कोई कार्रवाई शुरू नहीं की। आपने राजनीति की और प्रज्वल रेवन्ना को भागने दिया। अगर आपमें हिम्मत है, तो सच बताएं। आपकी वजह से एक जघन्य अपराधी देश छोड़कर भाग गया।”
मालूम हो कि पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा का परिवार वोक्कालिगा समुदाय से आता है। वोक्कालिगा समुदाय का दक्षिण कर्नाटक में काफी प्रभाव है। राज्य की चौदह ऐसी लोकसभा सीटें हैं जहां वोक्कालिगा मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।