‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बिहार के सीमावर्ती जिलों में चौकसी तेज, पूर्णिया में CM नीतीश कुमार ने की सुरक्षा समीक्षा बैठक

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और भारत द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के बाद अब देशभर में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यानी शनिवार (10 मई 2025) को पूर्णिया समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक का उद्देश्य सीमावर्ती जिलों — पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया और सुपौल — में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा और आवश्यक निर्देश जारी करना था।

सीमाओं पर सतर्कता, गश्त और खुफिया निगरानी को प्राथमिकता

बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने मुख्यमंत्री को एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सुरक्षा तैयारियों की जानकारी दी। इसमें अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी, नियमित गश्ती, मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी की रोकथाम, मानव तस्करी पर नियंत्रण, अग्निशमन और चिकित्सा व्यवस्था से जुड़े पहलुओं को शामिल किया गया।

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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष रूप से भारत-नेपाल और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर सख्त निगरानी रखने और सीमा पर आने-जाने वालों की पूरी जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “बिहार भले ही पाकिस्तान से नहीं सटा है, लेकिन नेपाल और बांग्लादेश से लगी सीमाएं सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत संवेदनशील हैं।”

सेना, वायुसेना, BSF और SSB से समन्वय

बैठक में भारतीय थल सेना, वायुसेना, बीएसएफ, एसएसबी और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। सभी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बढ़े तनाव की स्थिति में अपनी-अपनी तैयारियों और राज्य सरकार के साथ समन्वय पर चर्चा की।

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मुख्यमंत्री ने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या की थी। इसके बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव है, लेकिन हम पूरी तरह से सतर्क हैं और केंद्र सरकार एवं सेनाओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”

संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूद प्रमुख सड़कों, पुलों, रेलवे लाइनों, धार्मिक स्थलों, पेट्रोल डिपो और एयरपोर्ट्स जैसे संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही अफवाहों पर भी कड़ी नजर रखी जाए और खुफिया तंत्र को सक्रिय किया जाए।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि “आतंकवादी या असामाजिक तत्व किसी को बहला कर या लालच देकर गड़बड़ी करा सकते हैं, इसलिए हर गतिविधि पर नजर रखी जाए।”

सभी जिलों में सख्त निगरानी और एकजुट कार्य प्रणाली

पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज और सुपौल के जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों ने भी अपने-अपने जिले में की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने राज्य के अन्य सीमावर्ती जिलों में भी इसी प्रकार की सतर्कता और समन्वय के निर्देश दिए।

बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, आईबी के अपर पुलिस महानिदेशक बलजीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पूर्णिया प्रमंडल के आयुक्त राजेश कुमार, पूर्णिया प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक प्रमोद कुमार मंडल, कोसी प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक मनोज कुमार, तथा संबंधित जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे।

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इनमें शामिल थे — पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार और एसपी कार्तिकेय कुमार शर्मा, किशनगंज के डीएम विशाल राज और एसपी सागर कुमार, कटिहार के डीएम मनेश कुमार मीणा और एसपी वैभव शर्मा, अररिया के डीएम अनिल कुमार और एसपी अमित रंजन, सुपौल के डीएम कौशल कुमार और एसपी शैशव यादव।

इसके अलावा भारतीय सेना, वायुसेना, बीएसएफ, एसएसबी और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारीगण भी बैठक में मौजूद रहे।