महिलाओं के सम्मान में बिहार को उठाना पड़ रहा हजारों करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान फिर भी अपने इरादे पर अडिग हैं साथ ही महिलाओं की खुशहाली और सम्मान के लिए तमाम पार्टियों का विरोध झेल रहे हैं सीएम नीतीश कुमार।
महिलाओं के लिए नीतीश कुमार ने किया है ये सारे काम
- शिक्षा में सुधार और सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना – लड़कियों को स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
साइकिल योजना (मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना) – 9वीं कक्षा की छात्राओं को स्कूल जाने के लिए मुफ्त साइकिल दी जाती है। इससे लड़कियों की शिक्षा दर में बढ़ोतरी हुई है।
पोशाक योजना – स्कूल जाने वाली छात्राओं को स्कूल ड्रेस के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान – बिहार सरकार ने इन कुप्रथाओं को रोकने के लिए कई जनजागरण अभियानों की शुरुआत की।
- आर्थिक सशक्तिकरण
आरक्षण व्यवस्था –
पंचायती राज व्यवस्था में 50% आरक्षण – महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में आरक्षण देकर उन्हें नेतृत्व के अवसर दिए गए।
सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण – पुलिस, शिक्षा और अन्य सरकारी नौकरियों में महिलाओं को आरक्षण दिया गया।
जीविका योजना – स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लाखों महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर दिए गए।
मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना – महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय सहायता और कौशल विकास कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
- सुरक्षा और संरक्षण
महिला हेल्पलाइन 181 और महिला थाने – महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला थानों और हेल्पलाइन सेवाओं की स्थापना की गई।
रिजर्व बटालियन में महिलाओं की भर्ती – पुलिस बल में महिलाओं को अधिक संख्या में शामिल करने के लिए विशेष पहल की गई।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का क्रियान्वयन – इस योजना को प्रभावी रूप से लागू किया गया जिससे बालिकाओं के जन्म और शिक्षा को बढ़ावा मिला।
- स्वास्थ्य सुविधाएं
मुख्यमंत्री मातृत्व सहायता योजना – गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है।
जननी सुरक्षा योजना – संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को अस्पताल में प्रसव कराने पर आर्थिक मदद दी जाती है।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना – महिलाओं को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य बीमा की सुविधा दी गई।
- शराबबंदी (पूर्ण मद्यनिषेध कानून, 2016)
महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू – 2016 में बिहार में शराबबंदी लागू की गई, जिससे महिलाओं को घरेलू हिंसा से राहत मिली और सामाजिक माहौल में सुधार हुआ।