बिहार में जारी सियासी उठापटक के बीच आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में हैं। पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में आयोजित भोज में नीतीश कुमार सम्मिलित हुए। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और उन्हें बिहार में महागठबंधन की स्थिति से अवगत कराया।
हम आपको बता दें कि नीतीश कुमार अपनी चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली में हैं और वे 25 जुलाई को नव निर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण में भी शामिल होंगे।
नीतीश कुमार द्वारा एक ही दिन नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी से मिलना राज्य में राजनीतिक अस्थिरता को बखूबी बयान करता है। गौरतलब है कि इस डिनर में पीएम मोदी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत एनडीए के सभी सहयोगी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था और नीतीश कुमार महज एक अपवाद स्वरुप नेता थे। चूंकि उन्होंने इस चुनाव में विपक्षी दलों से विपरीत जाकर रामनाथ कोविंद का समर्थन किया था।
आपको बता दें कि बिहार में चल रहे सियासी घमासान में जेडीयू और राजद के बीच तनाव को कम करने के लिए कांग्रेस मध्यस्थता की भूमिका में हैं और राहुल गांधी से नीतीश का यह मुलाकात उसी सन्दर्भ में देखा जा रहा है। हालांकि नीतीश कुमार तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर झुकते नहीं दिख रहे हैं। उनकी चुप्पी के पीछे का सच यही है कि वो भ्रष्टाचार से समझौता करने के मूड में नहीं है और ना ही वो तेजस्वी यादव पर नरमी बरतने को लेकर कुछ सोच रहे हैं।