प्रद्युम्न हत्याकांड दिन पर दिन और पेचीदा होता जा रहा है। पुलिस दिन पर दिन इस केस में नई-नई चीज सामने लेकर आ रही है। इस बार सीबीआई पूरी वारदात को एक बार फिर से दोहराने जा रही है। सीबीआई कल 16 साल के गिरफ्तार छात्र को चाकू की उसी दूकान पर ले कर गई थी जहां से उसने वो चाकू खरीदा था। इसके बाद पुलिस छात्र को लेकर आज गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल भी जाएगी।
आज सीबीआई की टीम को वारदात वाले दिन (आठ सितंबर) को फिर से दोहराएगी कि उस दिन प्रद्युम्न ठाकुर के साथ क्या हुआ होगा। इससे पहले सीबीआई की टीम गुरुवार को आरोपी छात्र के साथ उस दुकान पर गई थी जहां से उसने चाकू खरीदा था। यहां सीबीआई ने छात्र से करीब छह घंटे तक पूछताछ की। जांच करने वाले अधिकारी ने जुवेनाइल कोर्ट को बताया कि आरोपी छात्र ने अपने पिता, एक स्वतंत्र गवाह और सोशल वेलफेयर बोर्ड के सदस्य की मौजूदगी में अपना अपराध कबूल किया था। आरोपी छात्र ने ये हत्या परीक्षा टालने के लिए ही किया था।
वहीं खबर यह भी है कि पुलिस इस मामले में एक और छात्र को भी गिरफ्तार कर सकती है। प्रद्युम्न हत्याकांड में गुरुग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने वाले एक अन्य छात्र का भी नाम सामने आया है। यह छात्र भी पकड़े गए छात्र की तरह सोहना का ही रहने वाला है। गुरुवार शाम सीबीआई की एक टीम सोहना पहुंची और छात्र के घर का लोकेशन देखकर गई। सूत्रों के अनुसार, इस दूसरे छात्र को कभी भी पकड़ा जा सकता है। यह भी संभव है कि उसके घरवालों से ही कहा जाए कि बच्चे को लेकर दिल्ली आएं।
हालांकि इस मामले में सीबीआई और पुलिस के बीच भी ठन गई है। सीबीआई के पुलिस की थ्योरी बदलने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल पुलिस कमिश्नर गुड़गांव के अलावा पुलिस कमिश्नर फरीदाबाद, डीसीपी साउथ, डीसीपी क्राइम, दो एसीपी, दो इंस्पेक्टरों के अलावा उनकी टीम के सदस्यों की जांच के बाद पुलिस ने कंडक्टर को अरेस्ट किया था। जिसे केस में आरोपी मानने के लिए सीबीआई तैयार नहीं हो रही है।
सूत्रों की माने तो पुलिस को यह तक नहीं पता है कि सीबीआई ने इस केस में किस स्टूडेंट को डिटेन किया है। वहीं पुलिस कमिश्नर का कहना है कि उन्होंने कंडक्टर की गिरफ्तारी में जल्दबाजी नहीं की। उस वक्त के साक्ष्य और क्राइम सीन के साथ कंडक्टर के बयान के मैच होने के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
वहीं, प्रद्युम्न हत्याकांड पर स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का भी यही कहना है कि इस प्रकरण में हरियाणा पुलिस ने बहुत बड़ी जल्दबाजी व गलती की है। अब सीबीआई ने सच्चाई को उजागर कर दिया है। हालांकि अब भी इस केस में ऐसे कई सवाल हैं जिस पर से पर्दा उठना जरुरी है।