TAMIL NADU: तमिलनाडु सरकार की कैबिनेट में आज यानी रविवार (29 सितंबर) को कुछ फेरबदल हुए। प्रदेश के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कैबिनेट में बदलाव करते हुए अपने बेटे उदयनिधि स्टालिन को उप मुख्यमंत्री बनाया। साथ ही आज 4 मंत्रियों ने तमिलनाडु के राजभवन में शपथ ली। इनमें से डीएमके नेता सेंथिल बालाजी की स्टालिन कैबिनेट में एक बार फिर वापसी हुई है। मालूम हो कि सेंथिल मनी लॉन्ड्रिंग केस में करीब 15 महीनों तक जेल में थे, जिसके बाद सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिल गई थी। सेंथिल के अलावा, गोवी चेझियान, केएस मस्थान और एसएम नासर ने आज राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली।
बता दें कि स्टालिन परिवार से उदयनिधि तीसरे बड़े नेता होंगे जिन्हें राज्य के महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी निभाने का मौका मिला है। इससे पहले डीएमके पार्टी के दिग्गज नेता और उदयनिधि के दादा एम करुणानिधि राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके है। और मौजूदा समय में उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उप मुख्यमंत्री पद मिलने के बाद ये साफ लग रहा है कि आने वाले समय में डीएमके की बागडोर उदयनिधि के कंधों पर ही होगी।
आज उदयनिधि स्टालिन ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ली क्योंकि वे पहले ही मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, वे मौजूदा समय में तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री भी हैं।
STATLIN CABINET: नए मंत्रियों को राज्यपाल ने दिलाई पद और गोपनियता की शपथ
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने सभी 4 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सबसे पहले राज्यपाल ने आर राजेंद्रन को तमिलनाडु के पर्यटन मंत्री (Minister of Tourism) के रूप में शपथ दिलाई। दूसरे नंबर पर वी सेंथिल बालाजी ने तमिलनाडु के मंत्री के रूप में शपथ ली, उन्हें बिजली, निषेध और उत्पाद शुल्क मंत्री (Minister for Electricity Prohibition and Excise) का पद मिला है। इसके बाद तमिल नाडु के राज्यपाल ने डॉ. गोवी चेझियान को मंत्री पद की शपथ दिलाई, डॉ गोवी को उच्च शिक्षा मंत्री (Higher Education Minister of Tamil Nadu) का पद सौंपा गया है। आखिर में एम नसर को राज्यपाल आरएन रवि द्वारा शपथ दिलाई गई, वे अब प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण और अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री (Minister for Minorities Welfare and Non-Resident Tamils) हैं।