Manipur Violence: राज्यभर में आदिवासियों और बहुसंख्यक मैतेई समुदाय के बीच संघर्ष के बाद मणिपुर में देखते ही गोली मारने के आदेश को मंजूरी दे दी गई है। बता दें कि बुधवार, 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद से राज्य में अफरा-तफरी का माहौल है।
Manipur violence: मणिपुर में 9,000 लोगों को बचाया गया
मणिपुर में स्थिति बिगड़ने पर सेना और असम राइफल्स के 55 कॉलम तैनात किए गए हैं जबकि 14 कॉलम स्टैंडबाय पर रखे गए हैं। एक रक्षा प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि सुरक्षा बलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों से अब तक 9,000 लोगों को बचाया है और आश्रय दिया है। उन्होंने कहा कि और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा आहूत ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में बुधवार को मणिपुर के कई जिलों में हिंसा भड़क गई।
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