Lingayat Saint Death: कर्नाटक में लिंगायत संत बसवलिंगा स्वामी का मठ के कमरे से फंदे से लटका शव बरामद किया गया। इसके बाद से लिंगायत संतों में यह मामला तूल पकड़ लिया है। उनके अनुयायी उनकी इस प्रकार की मौत से हैरान और दुखी हैं। वहीं, संत बसवलिंगा स्वामी के कमरे से एक सुसाइट नोट को भी पुलिस ने बरामद किया है। दो पेज के उस सुसाइड नोट में कुछ लोगों पर संत को ब्लैकमेलिंग और हनीट्रैप करने का आरोप लगा है। पुलिस अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।

Lingayat Saint Death: महिला के साथ अश्लील वीडियो कॉल का मामला
दरअसल, गत रविवार को कंचुगल बंदेमठ के मठाधीश संत बसवलिंगा स्वामी से उनके भक्त कमरे का दरवाजा खोलने को कह रहे थे। वहीं, उस दौरान उनको कई फोन कॉल भी किए गए, लेकिन जब कुछ भी जवाब नहीं मिला तो अगले दिन सुबह होते ही संत बसवलिंगा स्वामी के कमरे का दरबाजा तोड़ा गया। कमरे के अंदर का दृश्य देख वहां मौजूद सारे लोग व संत हैरान हो गए। कमरे में बसवलिंगा स्वामी का शव फंदे से लटका हुआ था। मौके पर मौजूद लोग रोने लगे।
जांच करने पहुंची पुलिस को कमरे से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला। बताया गया कि सुसाइड नोट में संत ने कुछ लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। उसमें उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है। सुसाइड नोट के अनुसार, पता चला कि कुछ लोग संत को मठ से हटाना चाह रहे थे। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि एक महिला के साथ अश्लील वीडियो कॉल को लेकर बसवलिंगा स्वामी को ब्लैकमेल किया जा रहा था।
25 वर्षों से थे मठाधीश
मिली जानकारी के अनुसार, संत बसवलिंगा स्वामी कंचुगल बंदेमठ के पिछले 25 वर्षों से मठाधीश थे। बसवलिंगा स्वामी ने वर्ष 1997 में मठ में मठाधीश की जिम्मेदारी संभाली थी। बताया गया कि मामले में बंदेमठ स्कूल के शिक्षक रमेश ने पुलिस में इसकी शिकायत की। रमेश ने पुलिस को बताया कि रविवार शाम 5 बजे घर जाने से पहले उन्होंने बसवलिंगा स्वामी से मुलाकात की थी। उसके बाद सोमवार सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर उनके पास फोन आया कि बसवलिंगा अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोल रहे और फोन भी नहीं उठा रहे हैं। उसके बाद लोगों ने संत के कमरे के पास पहुंचकर दरबाजे को तोड़ दिया, जहां संत का शव फंदे से लटका हुआ मिला।
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