Heavy Rain: दिल्ली एनसीआर में यमुना के बढ़ते जलस्तर से जो खतरा मंडराता दिख रहा था वो अब गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली के निचले इलाकों में रहने वाले लोग बाढ़ के ठीक मुंहाने पर आ गए हैं। NDRF की टीमें लोगों और जानवरों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही हैं। यमुना के इस बढ़े जलस्तर ने पिछले पांच दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि हजारों परिवारों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट होना पड़ा है। दिल्ली में गुरुवार (13 जुलाई) सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 208.41 मीटर पर पहुंच गया, जो एक रिकॉर्ड है। दक्षिण पूर्व दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और उत्तर पूर्व दिल्ली के अधिकांश इलाकों में चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से यमुना का पानी अब जीटी करनाल रोड, कश्मीरी गेट, आउटर रिंग रोड, यमुना बाजार, आईटीओ और दिल्ली गेट तक दस्तक दे चुका है।
Heavy Rain: दिल्ली में 16 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
यमुना का जलस्तर बढ़ते रहने की वजह से कई इलाकों में पानी भरने की खबर है। बाहरी रिंग रोड पर पानी भरने की वजह से सड़क बंद कर दी गई है, जबकि मजनू का टीला से लेकर आईटीओ तक के रास्ते पर भी जलजमाव हो गया है। गुरुवार (13 जुलाई) की सुबह तक चंगी राम अखाड़ा, मजनू का टीला, मोनेस्ट्री मार्केट, लोहा पुल, निगम बोध समेत आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। दिल्ली में करीब 16 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।
पानी में डूबे यमुना किनारे बसे गांव
यमुना का जलस्तर बढ़ते रहने की वजह से कई इलाकों में पानी भरने की खबर है। बाहरी रिंग रोड पर पानी भरने की वजह से सड़क बंद कर दी गई है, जबकि मजनू का टीला से लेकर आईटीओ तक के रास्ते पर भी जलजमाव हो गया है। गुरुवार (13 जुलाई) की सुबह तक चंगी राम अखाड़ा, मजनू का टीला, मोनेस्ट्री मार्केट, लोहा पुल, निगम बोध समेत आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। दिल्ली में करीब 16 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।
यमुना के ऊपर मेट्रो की रफ्तार की गई धीमी
यमुना के बढ़ते जल स्तर के कारण एहतियात के तौर पर नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति से गुजर रही हैं। अन्य सभी गलियारों पर सेवाएं सामान्य हैं।
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