Delhi Liquor Policy case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार 10 नवंबर को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 2 व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए दो लोगों में से एक का नाम हैदराबाद स्थित अरबिंदो फार्मा लिमिटेड का प्रमुख शरत रेड्डी है, जबकि दूसरा व्यापारी विनय बाबू पर्नोड रिकार्ड लिकर कंपनी का अधिकारी है। सूत्रों के अनुसार दोनों को बाद में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी उन्हें कस्टडी पर रिमांड लेने के लिए पूरी तरह तैयार है। बता दें कि इस मामले में अब तक कुल 5 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। ईडी ने कुल 3 लोगों जबकि सीबीआई ने 2 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है।
Delhi Liquor Policy case में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर वन बनाया है
सूत्रों से यह भी दावा किया जा रहा है कि बाबू और रेड्डी ने घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के करीबी सहयोगी दिनेश अरोड़ा ने कहा था कि वह इस मामले में सरकारी गवाह बनना चाहते हैं। उन्होंने अदालत में अर्जी दाखिल करके सरकारी गवाह बनने की अपील की थी।
बता दें कि सीबीआई ने अपनी FIR में सिसोदिया को आरोपी नंबर वन बनाया है। एफआईआर आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 477-ए (खातों का जालसाजी) के तहत दर्ज की गई है। सिसोदिया पर आरोप है कि शराब कारोबारियों को कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की छूट दी गई। लाइसेंस धारकों को कथित तौर पर उनकी इच्छा के अनुसार कैसे भी काम करने के लिए छूट दी गई थी। आबकारी नियमों का उल्लंघन कर नीतिगत नियम बनाए गए।
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