By Elections 2024 Date Change: चुनाव आयोग ने सोमवार (4 नवंबर) को 3 राज्यों में उपचुनाव की तारीखों में बदलाव किया। चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों का ऐलान पहले ही कर दिया था, लेकिन सिर्फ उपचुनावों की तारीख को ही बदला गया। चुनाव आयोग ने 4 नवंबर को प्रेस रिलीज कर बताया है कि 3 राज्यों के उपचुनाव के लिए मतदान जो कि 13 नवंबर को होने थे, अब उसकी तारीख को एक हफ्ता आगे बढ़ाकर 20 नवंबर कर दिया गया है। इसके बाद सियासी हलचल का दौर शुरू हो गया, खासकर की उत्तर प्रदेश में। विपक्ष बीजेपी पर उपचुनाव टालने का आरोप लगाने लगा।
दरअसल चुनाव आयोग के आदेश में कहा गया है कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व है, ऐसे में कांग्रेस, भाजपा, बसपा, आरएलडी और अन्य राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के ने मतदान की तारीख बदलने की मांग की थी, इसी मांग पर चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख में बदलाव करने का निर्णय लिया। उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद, मीरापुर, कुंदरकी, खैर, करहल, सीसमऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां सीटों (9 सीटों) पर मतदान होगा। हालांकि, विपक्षी दलों, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इसे लेकर बीजेपी पर तंज कसा है।
उपचुनाव टलने पर क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से पोस्ट कर लिखा, “टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे। पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाकी सीटों के उपचुनाव की तारीख, भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी।”
डिम्पल यादव ने भी कसा तंज
वहीं, इसपर अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी से लोकसभा सांसद डिंपल यादव का भी बयान आया है। उन्होंने कहा “इससे पहले कभी तारीखें नहीं बदली गई है। आपदा आ जाए तो बात अलग है। ये सोचने वाली बात है ऐसा क्यों किया गया। सपा के साथ सभी लोग खड़े है बीजेपी के हटाना चाहते है। चुनाव की तारीखों को हटाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। बड़े नेता महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार करने जा पाए इसलिए ऐसा किया गया।
वहीं, दूसरी तरफ से कांग्रेस ने घेरते हुए कहा, “तारीखें टालने से चुनाव में बीजेपी की हार नहीं टलने वाली है।”
किस दिन होंगे उपचुनाव और क्यों बदली गई तारीख?
13 नवंबर 2024 से उपचुनाव की तारीख को 20 नवंबर, 2024 (बुधवार) पर शिफ्ट कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, आगामी 13 तारीख को प्रदेशों यानी केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विभिन्न त्योहारों और उत्सवों के चलते ये फैसला लिया गया है, ताकि वोटिंग के दिन वोट देने वालों की संख्या में कमी ना आए। बताया जा रहा है कि भाजपा, बसपा, कांग्रेस, सपा समेत कई अन्य दलों ने चुनाव आयोग से तारीख में बदलाव का अनुरोध किया था। जिसपर चुनाव आयोग ने गौर किया और तारीख बदलने का ऐलान किया।…