Bihar Development: बिहार के बुनियादी ढांचे को नई दिशा देने वाली पटना-आरा-सासाराम ग्रीनफील्ड कॉरिडोर परियोजना को मंजूरी मिल गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के “समृद्ध बिहार” के विजन को साकार करती इस परियोजना से न सिर्फ राजधानी पटना का संपर्क अन्य शहरों से बेहतर होगा, बल्कि हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और जलमार्गों से भी कनेक्टिविटी को गति मिलेगी।
4 लेन सड़क से जुड़ेगा हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन
यह 110 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर पटना से सासाराम तक बनेगा, जिसकी अनुमानित लागत 3712 करोड़ रुपये है। इसके जरिए पटना एयरपोर्ट और बिहटा एयरपोर्ट, साथ ही सासाराम, आरा, दानापुर और पटना रेलवे स्टेशन आपस में सीधे जुड़ जाएंगे।
जलमार्ग और रिंग रोड से भी सीधा जुड़ाव
गायघाट स्थित अंतर्देशीय जलमार्ग टर्मिनल को इस कॉरिडोर से जोड़ने की योजना है, जिससे माल ढुलाई में तेजी आएगी। वहीं, पटना रिंग रोड से सीधा संपर्क होने से यातायात और लॉजिस्टिक्स को नई रफ्तार मिलेगी।
लखनऊ, रांची, वाराणसी से कनेक्टिविटी में सुधार
यह कॉरिडोर लखनऊ, रांची, वाराणसी और पटना जैसे प्रमुख शहरों के बीच की दूरी और यात्रा समय को कम करेगा, जिससे पूरे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
रोजगार और आधारभूत विकास की बड़ी सौगात
इस प्रोजेक्ट से अनुमानित 48 लाख मानव दिवस का रोज़गार सृजित होगा, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर का नेटवर्क होगा मजबूत
NH-19, NH-319, NH-922, NH-131G और NH-130 जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में जुड़कर एक सशक्त ट्रांसपोर्ट नेटवर्क बनाएंगे, जिससे माल परिवहन अधिक तेज़, सुविधाजनक और कम समय में संभव होगा।
जाम की समस्या से मिलेगा छुटकारा
आरा शहर के अंदर यातायात जाम की गंभीर समस्या को हल करने के लिए 10.6 किलोमीटर का बाईपास हाईवे बनाया जाएगा, जो शहर के बाहर से निकलेगा। यह घनी आबादी वाले क्षेत्रों जैसे आरा, ग्रहिणी, पीरो, बिक्रमगंज, मोकर और सासाराम में बिना रुके सफर को संभव बनाएगा।