यूपी कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष Ajay Kumar Lallu को आजमगढ़ की जेल में बंद पत्रकारों से मिलने नहीं दिया गया है। बता दें कि यूपी बोर्ड परीक्षा के मामले में गिरफ्तार हुए बलिया के 3 पत्रकार आजमगढ़ मंडल कारागार में बंद हैं और उन्ही से मिलने कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू पहुंचे तो जेल प्रशासन ने उन्हें पत्रकारों से मिलाने से इंकार कर दिया।
बता दें कि यूपी पेपर लीक मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अमर उजाला के पत्रकार दिग्विजय सिंह, अजीत कुमार ओझा और मनोज गुप्ता को बलिया से गिरफ्तार किया था। पत्रकार दिग्विजय की गिरफ्तारी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें वो एसपी और डीएम के खिलाफ नारे लगा रहे थे।
पत्रकारों को बंद करना सच की आवाज को दबाना: Ajay Kumar Lallu

कांग्रेस नेता Ajay Kumar Lallu लखनऊ से आजमगढ़ जेल पत्रकारों से मिलने पहुंचे थे। बता दें कि बलिया के पत्रकार अजीत कुमार ओझा, मनोज गुप्ता और दिग्विजय सिंह को आजमगढ़ में रखा गया है। योगी सरकार पर हमला बोलते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पत्रकारों को बंद करना सच की आवाज को दबाना है।
यूपी सरकार दबा रही है पत्रकारों की आवाज: अजय कुमार लल्लू
यूपी सरकार पर पत्रकारों की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अगर सरकार की कारगुजारियों पर पत्रकारों ने सवाल खड़ा किया है तो सरकार को उसमें सुधार करने का कार्य करना चाहिए था। लेकिन उन्होंने आवाज को ही दबा दिया। बलिया से लाकर आजमगढ़ में बंद कर दिया। लोकतंत्र की परिपाटी है कि ऐसे मामलों में जेल में बंद लोगों से राजनीतिक दल के नेता मिलते हैं। लेकिन जब वो स्थिति को जानने के लिए शिष्टमंडल के साथ पहुंचे तो उनको रोक दिया गया है।

योगी सरकार को चुनौती देते हुए लल्लू ने कहा कि यह अघोषित इमरजेंसी जैसा है। उन्होंने बकायदा पर्ची लगाई थी लेकिन उनको यह कहकर रोक दिया गया कि शासन से निर्देश लेकर आना पड़ेगा। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कांग्रेस इस मामले में चुप नहीं बैठेगी सड़कों पर संघर्ष करेगी जिस प्रकार से पत्रकारों के साथ अन्याय हुआ है।

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