कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की ओर से हुई गोली बारी में शहीद हुए प्रेम सागर का शव मंगलवार शाम को उनके पैतृक गांव पहुंच गया। जब शहीद प्रेम सागर का शव देवरिया पहुंचा तो उनके परिजनों ने काफी नाराजगी जताई और अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया।
हालांकि मंगलवार रात कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही शहीद के घर गए और परिवार वालों से बातचीत की। शाही ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बात शहीद के बड़े बेटे ईश्वर चंद से करवाई। योगी ने 13 दिनों के अंदर घर आने का वादा किया, जिसके बाद परिवार वाले अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
शहीद के बेटे ने आदित्यनाथ से बातचीत के बाद कहा, ‘मैंने योगी जी से बात की और मैं संतुष्ट हूं। उन्होंने आने के लिए कहा है और मेरी नौकरी के लिए भी बात की। चूंकि वे एक योगी हैं, इसलिए मुझे उन पर भरोसा है।’
सूर्यप्रताप शाही ने देवरिया पुलिस लाइन में शहीद को कंधा दिया। बुधवार सुबह करीब सात बजे शहीद प्रेम सागर का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए भारी भीड़ जुटी हुई थी।
शाही ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान बताया कि शहीद का परिवार मुख्यमंत्री से बात करना चाहता था। जब मैंने उनकी बात करावाई तब वे मान गए। शाही ने कहा कि गांव में शहीद की याद में स्मारक बनाया जाएगा और मुख्यमंत्री खुद 13 दिन के अंदर शहीद प्रेम सागर के घर आएंगे। इसके अलावा शाही ने शहीद के परिवार को 26 लाख की सांत्वना राशि भी देने की बात कही। उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारत करारा जवाब देने में सक्षम है और दे भी रहा है।