Abu Azmi on BMC: मुंबई महानगरपालिका का कार्यकाल 7 मार्च को खत्म हो गया था। इसी साल देश की सबसे रईस महानगरपालिका “बीएमसी” का चुनाव है। इससे पहले Brihan Mumbai Mahanagar Palika ने शहर की सभी दुकानों के साइन बोर्ड को मराठी में बड़े-बड़े अक्षरों में लिखने का आदेश दिया है। बीएमसी ने कहा है कि अगर किसी ने नियमों का उल्लंघन किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 6 अप्रैल को बीएमसी ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि अन्य भाषाओं की तुलना में मराठी भाषा में लिखा गया शब्द दूसरे शब्दों से बड़े अक्षरों में होना चाहिए।
Abu Azmi on BMC: अबू आजमी के बयान

इस पर अब समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में अगर किसी से भी मराठी भाषा में बोर्ड लगाने को लेकर पूछा जाएगा तो हर व्यक्ति समर्थन करेगा। महाराष्ट्र में मराठी भाषा को सम्मान मिलना चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं है। पर राज्य में अलग-अलग देशों और अन्य राज्यों से भी लोग आते हैं। तो उनके लिए इंग्लिश भी लिखना चाहिए। ताकि वे अपना काम आसानी से कर सकें।
अबू आजमी ने आगे कहा कि जनता को ध्यान देना चाहिए कि चुनाव आने वाला है। इसलिए ये सब हो रहा है। सरकार को विकास पर ध्यान देना चाहिए। इस तरह की गुंडागर्दी पर सरकार को लगाम लगाना चाहिए।
Abu Azmi on BMC: एक नया विवाद

जाहिर है महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मस्जिदों से लाउड स्पीकर उतारने की मांग कर रही है। इसके विरोध में लाउड स्पीकर लगाकर हनुमान चालिसा बजा रहे हैं। ऐसे में एक और बहस ने जन्म ले लिया है। बीएमसी के इस आदेश के बाद आशंका लगाई जा रही है कि राज्य में रहने वाले नॉन मराठी कम्युनिटी को इसका भुगतान करना पड़ेगा। खास कर मनसे के निशाने पर रहने वाले उत्तर भारतीय और बिहारी लोग।
ध्यान दें कि 2008 के बाद महाराष्ट्र में रह रहे उत्तर भारतीयों और बिहारियों को कुछ राजनीतिक दलों के कारण लोगों द्वारा प्रताड़ित होना पड़ता है।
अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें। ताजा खबरों के लिए हमारे साथ Facebook और Twitter पर जुड़ें।
संबंधित खबरें:
- AAP Leader Arrested: Duty पर तैनात Police Constable को AAP नेता ने गाड़ी से घसीटा, वीडियो वायरल होने पर हुआ गिरफ्तार
- Lemon Price Hike: नींबू का दाम 240 रुपये किलो पहुंचते ही छूटे पसीने, आसमान छूती कीमतों ने किए दांत खट्टे