‘अतिथि देवोभवः’, भारत में मेहमानों को भगवान माना जाता है। इसके अलावा दिल्ली को भी ‘दिल वालों का शहर’ कहा जाता है लेकिन इसी दिल्ली में आए दिन छीना-झपटी की घटनाएं होती रहती हैं। यह तब और शर्मनाक हो जाता है जब किसी विदेशी के साथ हो जाती है। लेकिन लाल किले के पास हुई एक घटना में झपटमारों ने किसी आम विदेशी को नहीं बल्कि भारत में यूक्रेन के राजदूत को ही निशाना बना डाला।
यह घटना तब हुई जब यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा 20 सितंबर की सुबह लाल किले के पास घूमने निकले थे। इतिहास और फोटोग्राफी में रुचि रखने वाले इगोर लालकिले के पास अंगूरी बाग में किसी स्थापत्य का फोटो ले रहे थे तभी उनके पास एक 20 वर्षीय युवक आया और साथ में सेल्फी लेने का अनुरोध करने लगा। मौका मिलने पर युवक इगोर का आईफोन झपटकर वहां से फरार हो गया।
चूंकि फोन में इगोर का व्यक्तिगत डाटा और कई जानकारियां मौजूद हैं इसलिए इगोर ने तुरंत ईमेल के जरिए गृह मंत्रालय और दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से इस मामले की शिकायत की। मामला वीवीआईपी का होने के नाते पुलिस ने फौरन एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस को भागते हुए लड़के का सीसीटीवी फुटेज भी मिल गया है। इसके साथ ही लालकिला के आसपास दिखने वाले करीब 100 संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
उत्तरी दिल्ली के डीसीपी जतिन नरवाल ने बताया कि, ‘इस मामले में कोतवाली थाने में केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस फोन को वापस लाने के लिए पूरी मेहनत कर रही है। हमारे पास मजबूत सुराग हैं और हम उस बदमाश को जल्द ही पकड़ लेंगे।’ सूत्रों के मुताबिक घटना के बाद ही फोन को स्विचऑफ कर दिया गया था।
इगोर को पिछले साल ही भारत में यूक्रेन का राजदूत नियुक्त किया गया था।