Saurabh Kumar : ‘एक्सीलेंस का पीछा करो सक्सेस झक मारते हुए पीछे आएगी…’- कहने को तो ये फिल्मी डायलॉग है लेकिन असल दुनिया में इसके कई उदाहरण दिए जा सकता है। ऐसा ही कुछ कहानी उत्तर प्रदेश के स्पिनर गेंदबाज सौरभ कुमार की रही है। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले के लिए भारतीय स्क्वाड में सौरभ की अचानक एंट्री हो गई। जिसके बाद अब घरेलू क्रिकेट में करीब 10 साल के लंबे समय से मौजूद सौरभ को 30 साल की उम्र में भारतीय टीम की ओर से खेलने का मौका मिल सकता है। बता दें कि साल 2022 में भी उन्हें श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम के स्क्वाड में जगह मिली थी लेकिन प्लेइंग 11 में वे शामिल नहीं हो पाए थे। सौरभ का नाम इसलिए भी सुर्खियों में बना हुआ है क्योंकि उन्होंने इंडियन प्रेमियर लीग (IPL) में कभी कोई मैच नहीं खेला है, इसके बावजूद घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके उनको राष्ट्रीय टेस्ट टीम के लिए बुलावा आया है।
बता दें कि भारतीय स्टार ऑलराउंडर रवीन्द्र जडेजा और विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल इंजरी के चलते प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं होंगे। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान जडेजा को पैर की मांसपेशियों में चोट लगी थी जबकि राहुल ने जांघ में दर्द और अकड़न की बात सामने आई है। जिसके बाद दूसरे टेस्ट मैच से इन दोनों खिलाड़ियों की जगह बल्लेबाज सरफराज खान, बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार और ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर को टीम इंडिया स्क्वाड में एंट्री हासिल हुई है।
Saurabh Kumar : कौन हैं सौरभ कुमार?
पिछले एक दशक में रणजी ट्रॉफी और घरेलू क्रिकेट में जी जान से लगे सौरभ कुमार उत्तर प्रदेश के बड़ौत जिले के रहने वाले हैं। सौरभ उत्तर प्रदेश की ओर से घरेलू क्रिकेट के टूर्नामेंट खेलते हैं। इसके अलावा सौरभ कुमार ‘इंडिया ए’ टीम की ओर से भी गेंदबाजी और बल्लेबाजी करते हैं। बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ का प्रदर्शन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार रहा है। 68 फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके इस खिलाड़ी ने अब तक 290 विकेट चटकाए हैं। इसके साथ ही एक मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा यह खिलाड़ी 8 दफा कर चुका है। वहीं बल्लेबाजी में भी उनका प्रदर्शन भी सराहनीय रहा है, उन्होंने 27 की औसत से 2061 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 12 अर्धशतक आए हैं। आकड़ों का इशारा मानें तो भारतीय टेस्ट टीम में सौरभ को बतौर ऑल-राउंडर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
बिशन सिंह बेदी के रह चुके हैं शागिर्द
सौरभ कुमार भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर गेंदबाज दिवंगत बिशन सिंह बेदी को अपना आदर्श मानते हैं। अपने आइडल का जिक्र करते हुए (मीडिया से बात करते हुए) सौरभ ने बताया, ‘बिशन सर मुझसे कहते थे कि कड़ी मेहनत करते रहो और जब भी मौका मिले, अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहो। मैं वास्तव में कभी भी खुद को प्रेक्टिस नेट या गेंदबाजी से दूर नहीं रखता।’
बता दें कि सौरभ अपने गेंदबाजी की स्किल को निखारने के लिए दिल्ली में बेदी के समर कैम्पस में जाते थे।
सरकारी नौकरी छोड़ चुके हैं सौरभ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की ओर से रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए सौरभ ने एयरफोर्स की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि इससे पहले उन्होंने डिफेन्स की टीम से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। दरअसल, सौरभ का वायु सेना में चुनाव खेल कोटे से हुआ था, लेकिन सौरभ की इच्छा बाद में यूपी से खेलने की हुई, जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी। यह कहना गलत नहीं होगा कि उनका ये फैसला एकदम सही साबित हुआ जिसकी बदौलत अब उन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बुलावा आया है।
शानदार फॉर्म में हैं सौरभ कुमार
यूपी में आने के बाद से सौरभ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत उनकी इंडिया ए टीम में भी एंट्री हुई। वहां भी सौरभ ने अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाया। बता दें कि हाल ही में (22-27 जनवरी, 2024) ‘इंग्लैंड लायन्स’ के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच की दूसरी पारी में सौरभ ने इंग्लिश टीम पर ‘पंजा’ कसते हुए 5 विकेट चटकाए थे। ‘इंडिया ए’ ने ‘इंग्लैंड लायन्स’ को एक पारी और 16 रनों से मात दी थी। पूरे मैच के दौरान सौरभ ने 6 विकेट लिए थे।
2 फरवरी से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में सौरभ को जगह मिल पाती है या नहीं इसका फैसला रोहित शर्मा, टीम प्रबंधन और पिच के मिजाज पर निर्भर करेगा। कयास लग रहे हैं कि सौरभ से पहले कुलदीप यादव और वाशिंगटन सुंदर जैसे अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैचों में अनुभव से भरपूर खिलाड़ियों को वरीयत दी जा सकती है।