मोदी सरकार ने अब देश के कोने-कोने में छिपी खेल प्रतिभा को बाहर निकलने के लिए अब एक खेल पोर्टल बनाया है जिसका नाम है ‘राष्ट्रीय खेल प्रतिभा पोर्टल’। रविवार को इस पोर्टल के बारे में पीएम मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जिक्र किया था वहीं अब इसे उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लांच कर दिया है।
बता दें कि सरकार के इस पहल के तहत कोई भी बच्चा या उसके माता पिता, शिक्षक या कोच उसका बायोडाटा या वीडियो पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। खेल मंत्रालय प्रतिभावान खिलाड़ियों को चुनेगा और उन्हें भारतीय खेल प्राधिकरण के केंद्रों में ट्रेनिंग देगा।
इस दौरान नायडू ने राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पोर्टल का शुभारंभ करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए कहा कि वह कबड्डी व खो-खो के खिलाड़ी रहे हैं और आज भी हर सुबह एक घंटे बैडमिंटन खेलते हैं, क्योंकि खेल से मानसिक विकास और मानसिक उल्लास मिलता है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि “बुनियादी ढांचा और ट्रेनिंग सुविधाएं तथा अकादमियों की स्थापना भारत को मजबूत खेल राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण होंगी।” उन्होंने इस पोर्टल की परिकल्पना के लिए खेल मंत्री विजय गोयल को बधाई दी। उन्होंने कहा “इस पोर्टल से जुड़कर कोई भी अपने जरूरत के हिसाब से योजनाओं का चयन या अपनी उपलब्धियां अपलोड कर मंत्रालय तक अपनी बात पहुंचा सकता है।” उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह पोर्टल देशभर की छिपी हुई खेल प्रतिभाओं की न केवल पहचान करेगा, बल्कि उनका चयन करके उन्हें खेल जगत में आगे बढ़ने के लिए सारी सुविधाएं प्रदान करेगा। इस तरह के प्रयासों से बेहतरीन प्रतिभाएं तो मिलती ही हैं साथ ही सबको समान अवसर भी मिलता है।
इतना ही नहीं वेंकैया नायडू ने यह भी कहा खेलों में भी रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की विशेष जरूरत है।
वहीं खेल मंत्री विजय गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया कि मन की बात में उन्होंने इस पोर्टल के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल आठ वर्ष से बड़ी उम्र के भारत के गांव, कस्बे, शहर, गली-मोहल्ले के बच्चों को खेल की दुनिया में प्रवेश करने का अवसर देगा। इसमें बच्चे, उनके अभिभावक या मित्र या जानकार उनका नाम रजिस्टर करके प्रोफाइल बना सकते हैं और किस खेल में अथवा योजना के तहत आना चाहते हैं, यह दर्ज कर सकते हैं। उसके बाद हमारा मंत्रालय प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करेगा और उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने का पूरा अवसर देगा। गोयल ने कहा शिक्षा के साथ खेल को जोड़ने के लिए हमारे गंभीर प्रयास जारी हैं।