क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के उस्तादों से भरे रहने के बावजूद मुंबई इंडियंस जीत की पटरी पर सरपट दौड़ने के लिए तरस रही है। टूर्नामेंट में मुंबई की शुरुआत हार से हुई। लगातार तीन मैच हारने के बाद मुंबई ने बैंगलुरु को हराया लेकिन फिर उसे राजस्थान रॉयल्स ने शिकस्त देकर उसे बैकफुट पर भेज दिया। अंतिम ओवर के दबाव को मुंबई इंडियंस की टीम झेल नहीं पा रही है। अंतिम ओवर में मुंबई को लगतार हार मिल रही है, ऐसे में रोहित एंड कंपनी को मानसिक तौर पर मजबूत होकर उतरना पड़ेगा। मुंबई को अगर अपनी संभावनाएं बनाए रखनी है तो फिर उसे हर डिपार्टमेंट में बेहतर खेल दिखाना होगा।
मुंबई को सूर्यकुमार यादव से काफी उम्मीदें होंगी। सलामी बल्लेबाज के तौर पर वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला भी पूरे शबाब पर नहीं है। बैंगलुरु के खिलाफ 94 रनों की पारी को छोड़ दिया जाय तो वो टीम मैनेजमैंट के भरोसे पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं। किरोन पोलार्ड भी अपने नाम के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। मुंबई के पास जसप्रीत बुमराह और मुस्ताफिजुर जैसे गेंदबाज हैं। हैदराबाद ने लगातार तीन मैचों में जीत हासिल की लेकिन पंजाब और चेन्नई के खिलाफ मिली हार ने खिलाड़ियों के मनोबल को थोड़ा तोड़ दिया है।
हैदराबाद के लिए अच्छी बात ये है कि टीम के कप्तान केन विलियम्सन का बल्ला लगतार आग उगल रहा है। यूसुफ पठान अगर रंग में रहे तो मुंबई के गेंदबाजों के होश उड़ सकते हैं। गेंदबाजी की बात की जाय तो भुवनेश्वर कुमार भरोसमंद बने हुए हैं। कुल मिलाकर देखा जाय तो पलड़ा हैदराबाद का ही भारी मालूम पड़ रहा है लेकिन मुंबई के पास भी ऐसे सितारे हैं जो दबाव में बेहतर खेल दिखाने की क्षमता रखते हैं। देखना है आज रोहित की सेना हैदराबाद की चुनौती का सामना कितनी दिलेरी से करती है।
-हिमांशु कुमार सिंह , एपीएन न्यूज