1983 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप जीता था तब देश में क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत हुई थी। 83 का वर्ल्ड कप जीतने के बाद टीम के सारे खिलाड़ी पूरे देश में छा गए थे और वो रातों-रात स्टार बन गए थे। लेकिन क्या आप जानते हैं 1983 का वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम में एक ऐसा भी खिलाड़ी था जो उस टीम का तो हिस्सा था लेकिन उसने न वर्ल्ड कप के पहले और न बाद में, कोई भी अंर्तराष्ट्रीय क्रिकेट मैच नहीं खेला। तो चलिए आपको उस खिलाड़ी के बारे में सब कुछ बताते हैं। 83 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे खिलाड़ी का नाम Sunil Valson है।
घरेलू क्रिकेट में था गेंदबाजी का कहर
सुनील वाल्सन का क्रिकेट करियर करीब 11 साल का था। 1981-82 के रणजी सीजन में वो तमिलनाडु की टीम से खेले थे। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने उस सीजन में बेहद उम्दा प्रदर्शन किया था और 5 मैचों में 26 विकेट चटकाए थे। इस प्रदर्शन के बलबूते उनका दलीप और देवधर ट्रॉफी के लिए south zone में चयन हो गया। उन टूर्नामेंटों में भी उनकी गेंदबाजी के कहर के सामने बल्लेबाज टिक नहीं पाए। इसके बाद उन्होंने अगले सीजन में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया।
बिना कोई अंर्तराष्ट्रीय मैच खेले वर्ल्ड कप के लिए चुने गए
उन्होंने दिल्ली की टीम की ओर से खेलते हुए भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और उनकी शानदार गेंदबाजी के चलते बिना कोई अंर्तराष्ट्रीय मैच खेले 1983 वर्ल्ड कप की टीम में उन्हें चुना गया। Zimbabwe के खिलाफ ऐतिहासिक मैच में जिसमें कपिल देव ने 175 रनों की प्रसिद्ध पारी खेली थी उसमें वे 12वें व्यक्ति थे लेकिन उन्हें वर्ल्ड कप के बाद कभी भी भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला। वर्ल्ड कप के बाद वह रेलवे के लिए खेले और 1987 के रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचने वाली टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 1977 और 1988 के बीच 75 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले। वाल्सन वर्तमान में दिल्ली कैपिटल्स के टीम मैनेजर के रूप में काम कर रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम की 1983 की वर्ल्ड कप जीत पर 83 मूवी बन रही है। इस फिल्म में उस टीम के हिस्सा रहे सभी खिलाडियों को चित्रित किया गया। 83 में सुनील वाल्सन का किरदार अभिनेता आर बद्री ने निभाया है।
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