Sports News: खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के मकसद से सरकार विजेताओं को कई बड़े-बड़े अवॉर्ड भी देती है। हालही में मणिपुर में हुई घटना के बाद वहां के टॉप एथलीट्स ने अवॉर्ड वापसी की धमकी दी है। एथलीट्स का कहना कि अगर मणिपुर में भड़की हिंसा जल्द शांत नहीं की हुई तो अवॉर्ड वापस करना शुरू करेंगे।
अवॉर्ड वापिस करने का ये पहला मामला नहीं है।
इससे पूर्व कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों अपने मेडल गंगा नदी में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंच गए थे। भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए सरकार अब अवॉर्ड प्राप्तकर्ता से पहले अंडरटेकिंग फॉर्म भरवाने पर विचार कर रही है।
Sports News: संसदीय समिति ने की सिफारिश
Sports News: इस बाबत संसदीय समिति की सिफारिश है कि शीर्ष सांस्कृतिक संस्थानों और अकादमियों को पुरस्कार वापसी जैसी स्थिति से बचने के लिए प्राप्तकर्ता से पूर्व वचन लेना होगा।
संसद की स्थाई समिति ने इसे देश का अपमान बताया और कहा है कि इससे पुरस्कारों की साख खराब हो रही है। इससे बचने के लिए कमेटी ने सरकार से एक ऐसी व्यवस्था बनाने की सिफारिश की है जिसमें पुरस्कार देने से पहले अवॉर्ड पाने वाले कलाकार, लेखक और अन्य बुद्धिजीवी से इस बात की सहमति ले ली जाए कि वह भविष्य में पुरस्कार वापस नहीं करेंगे।
Sports News: बगैर सहमति किसी को भी पुरस्कार न दिया जाए
संसदीय समिति ने तर्क दिया कि अवॉर्ड पाने वाले उम्मीदवार से पहले एक शपथ पत्र भरवाना चाहिए। बगैर सहमति किसी को भी पुरस्कार न दिया जाए।समिति ने ये भी स्पष्ट किया कि हमारा देश लोकतांत्रिक है, हमारा संविधान हर नागरिक को भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है, संविधान विरोध-प्रदर्शन की भी आजादी देता है।पुरस्कार लौटाना विरोध का एक तरीका बनता जा रहा है।
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