BPL के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ लेकिन आंद्रे फ्लेचर अब खतरे से बाहर हैं। इस हादसे ने सबको एक बार फिर Raman Lamba की याद दिला दी। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर रमन लांबा वही खिलाड़ी हैं जिनकी मौत खेल के दौरान चोट लगने से हो गयी थी। क्रिकेट में जब कोई इस तरह ही खबरें आती हैं तब रमन लांबा को हर कोई याद करता है।
Raman Lamba की चूक ने ली उनकी जान
Raman Lamba का जन्म 2 जनवरी 1960 को हुआ था। उनका जन्म मेरठ में हुआ था। रमन लांबा का क्रिकेट करियर में शानदार आगाज हुआ था लेकिन उनका अंत काफी डरावना रहा। बांग्लादेश के ढाका में मैच खेलते हुए उनकी मौत हो गयी। शार्ट लेग पर फील्डिंग करते समय गेंद उनकी सर पर लगी उसके बाद उनकी मौत हो गयी।
आपकों बता दें कि बांग्लादेश में क्लब क्रिकेट खेलते वक़्त उनकी मौत हो गयी। दरअसल रमन लांबा मैच में बिना हेलमेट के शार्ट लेग पर फील्डिंग करने पहुंच गए। जबकि अबहानी कपुब के कप्तान खालिद मसूद ने उन्हें हेलमेट पहनने को भी कहा, लेकिन रमन लांबा ने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ओवर में तीन ही गेंद बची हैं। गेंदबाज सैफुल्लाह खान ने गेंद डाली जो शॉर्ट थी और बल्लेबाज मेहराब हुसैन ने उस पर तगड़ा शॉट लगाया। गेंद पास खड़े लांबा के सिर पर लगी और फिर विकेटकीपर मसूद के पास चली गई।
सिर पर गेंद कर लगने के बाद वो बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत ड्रेसिंग रूम ले जाया गया। उसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी तब उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां वो 3 दिन बेहोश रहे और 23 फरवरी को ढाका के पोस्ट ग्रेजुएट अस्पताल में उनकी मौत हो गयी। लांबा ने जब तक खेला सबका ध्यान अपने तरफ जरूर खिंचा था। क्योंकि को आक्रमक बल्लेबाजी करते थे और उसके लिए जानें भी जाते थे।
घरेलू क्रिकेट में तिहरा शतक लगा चुके हैं लांबा
घरेलू क्रिकेट में लांबा के नाम 121 प्रथम श्रेणी मैचों में कुल 8776 रन दर्ज हैं। लांबा के नाम दलीप ट्रॉफी में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने 21 अक्टूबर, 1987 को पश्चिम क्षेत्र के खिलाफ उत्तरी क्षेत्र की ओर से 320 रनों की पारी खेली थी। 29 साल बाद भी इस रिकार्ड को कोई नहीं तोड़ पाया है।
वहीं अगर उनके अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट करियर पर नजर डालें तो उन्होंने मात्र 4 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 102 रन जोड़े। इस दौरान उन्होंने एक अर्धशतक भी जड़ा है। हालांकि इस खिलाड़ी के पास 32 एकदिवसीय मैच खेलने का भी अनुभव था। लांबा ने 32 वन-डे मैचों में कुल 783 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक भी शामिल था।