रियो ओलम्पिक 2016 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद 2017 में भारतीय एथलीटों से खेल प्रेमियों को कुछ खास आस नहीं थी। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से साबित करने की कोशिश की कि रियो 2016 भारतीय खेलों के लिए एक बुरे सपने की तरह ही था।
भारत हमेशा की तरह इस बार फिर क्रिकेट में आगे रहा। लेकिन इस वर्ष की सुखद बात क्रिकेट के अलावा हॉकी, फुटबॉल और खासकर बैडमिंटन में भारतीय खिलाड़ियों का विश्व स्तर पर अपना छाप छोड़ना रहा। इसके अलावा अन्य खेलों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने सीमित संसाधनों के बावजूद अपने झंडे गाड़े। तो भारतीय खिलाड़ियों सहित विश्व भर के अन्य तमाम खिलाड़ियों के कामयाबी और नाकामयाबी का लेखा-जोखा इस ईयर-एंडर में:
क्रिकेट
1.महेंद्र सिंह धोनी ने छोड़ी कप्तानी
सीमित ओवरों के भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए कप्तानी छोड़ दी। धोनी भारत के सफलतम कप्तानों में से एक हैं जिन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स में भारत को शीर्ष तक पहुंचाया। उन्होंने 2007 से 2016 तक भारतीय टीम की कप्तानी की और आईसीसी के तीनों प्रमुख ट्रॉफियों को अपने नाम किया। धोनी के बाद भारत के टेस्ट कप्तान विराट कोहली को भारत के सभी फॉर्मेट्स का कप्तान बना दिया गया।
2.विराट कोहली और टीम इंडिया के नाम रहा पूरा साल
यह पूरा साल भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम रहा। उन्होंने लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीतकर ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड की बराबरी की। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में उन्होंने सबसे तेज 9000 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। इस साल विराट कोहली ने सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय शतक भी (14 शतक) भी बनाया। टेस्ट क्रिकेट में कोहली 6 दोहरा शतक और लगातार 3 टेस्ट मैचों में शतक बनाने वाले पहले कप्तान बने।
वहीं श्रीलंका के खिलाफ साल की आखिरी सीरीज (टी-ट्वेंटी सीरीज) जीतकर टीम इंडिया ने 2017 में कुल 14 द्विपक्षीय सीरीज अपने नाम कर ली और एक और विश्व रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले 2011 में पाकिस्तान ने 13 द्विपक्षीय सीरीज पर कब्जा किया था। भारत ने 2017 में 4 टेस्ट सीरीज, 6 वनडे सीरीज और 4 टी-ट्वेंटी सीरीज अपने नाम किया है।
क्रिकेटिंग रिकॉर्डो से इतर कोहली अन्य जगहों पर भी छाए रहे। सबसे पहले उन्हें ईसएसपीएन ने दुनिया के सबसे प्रभावी 100 एथलीटों में शामिल किया। उसके बाद वह फोर्ब्स की सबसे कमाऊ एथलीटों के सूची में भी शामिल हुए। वह इस सूची में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय एथलीट बने। साल के शुरूआत में ही उन्हें सीमित ओवरों की भी कप्तानी मिल गई। साल के अंत तक आते-आते उन्होंने अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से शादी भी कर ली। जो ‘साल की शादी’ मानी गई।
प्रसिद्ध क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने अपने 10 वें वार्षिक अवार्ड समारोह में भारतीय कप्तान विराट कोहली को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ कप्तान का अवार्ड से सम्मानित किया। कोहली ने वर्ष 2016 में 12 टेस्ट में से नौ में जीत हासिल की थी। कोहली को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक अवॉर्ड पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया। कुल मिलाकर यह साल विराट कोहली के लिए धमाल रहा।
3.रोहित शर्मा भी छाए रहे
हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा भी पूरे साल छाए रहे। सीमित ओवरों के क्रिकेट में उन्होंने तो साल भर धमाल मचाया लेकिन साल के अंत में टेस्ट टीम में भी शानदार वापसी कर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए अपना दावा मजबूत कर दिया।
अगर रिकॉर्डों की बात करें तो सबसे बड़ा रिकॉर्ड रोहित के लिए साल के अंत में ही आया, जब उन्होंने पहली बार कप्तानी मिलने के बाद रिकॉर्डों की बाढ़ सी लगा दी। रोहित ने सबसे पहले वनडे क्रिकेट में तीसरा दोहरा शतक लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया फिर टी-ट्वेंटी में भी सबसे तेज शतक लगाकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही वह क्रिकेट के सीमित ओवरों के फॉर्मेट्स में सर्वोच्च स्कोर रखने वाले भी खिलाड़ी बन गए। रोहित ने इस मैच में 118 रन की पारी खेल लोकेश राहुल के 110 रन के सर्वश्रेष्ठ भारतीय पारी के रिकॉर्ड को तोड़ा। गौरतलब है कि रोहित के नाम वनडे क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ भारतीय स्कोरर (264) का भी रिकॉर्ड दर्ज है, जो कि विश्व रिकॉर्ड भी है।
वहीं वह विराट कोहली के बाद सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक (8 शतक) बनाने वाले भी खिलाड़ी बने। इसके अलावा वह एक साल में सर्वाधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाज भी बने। रोहित ने साल 2017 में 64 छक्के लगाकर एबी डिविलियर्स के 2015 में लगाए गए 64 छक्कों के रिकॉर्ड की बराबरी की।
4.आर अश्विन ने तोड़ा लीजेंड्री कपिल देव का रिकार्ड
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव के एक घरेलू सत्र में सबसे अधिक विकेट लेने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। अश्विन ने 2016-17 सत्र में भारत में खेले गए 10 टेस्ट मैचों में 67 विकेट लिए। वहीं पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने 1979-80 के सीजन में 13 घरेलू मैचों में 63 विकेट लिए थे। अश्विन ने यह उपलब्धि 24 फरवरी, 2017 को ऑस्ट्रेलिया के मिशेल स्टार्क मिशेल स्टार्क को आउट करके हासिल किया।
5.आर अश्विन ने जीता सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी
भारत के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2016 के लिए प्रतिष्ठित गारफील्ड सोबर्स ट्राफी प्रदान किया गया। आश्विन को यह पुरस्कार भारतीय कप्तानों कपिल देव और सुनील गावस्कर से मिला। आश्विन यह पुरस्कार पाने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय हैं। उनसे पहले महान सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ को यह पुरस्कार मिला था।
6.महिला क्रिकेट टीम के लिए भी रहा शानदार साल
यह साल ना सिर्फ पुरूष टीम के लिए बल्कि महिला टीम के लिए भी शानदार रहा। पूरे साल महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और चतुष्कोणीय टूर्नामेंट, विश्व कप क्वालीफायर जैसी ट्रॉफियां जीती। इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप में भी भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक पहुंची। फाइनल में भी लड़कियों ने शानदार प्रदर्शन किया, हालांकि वे इंग्लैंड से पार पा नहीं सकी।
अगर व्यक्तिगत रिकॉर्डों की बात की जाए तो इस साल झूलन गोस्वामी वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। गोस्वामी ने ऑस्ट्रेलिया की पूर्व तेज गेंदबाज कैथरीन फिट्जपैट्रिक के 180 विकेटों का रिकॉर्ड तोड़ा। इससे वनडे क्रिकेट के शीर्ष दो रिकॉर्ड भारतीय महिलाओं के नाम हो गया। गौरतलब है कि वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भारतीय कप्तान मिताली राज के नाम है। वह इस साल 6000 रन बनाने वाली विश्व की पहली महिला बनी।
वहीं भारतीय सलामी बल्लेबाज दीप्ति शर्मा और पूनम राउत ने वनडे मैच में 320 रन की साझेदारी कर विश्व रिकॉर्ड कायम किया। शर्मा और राउत ने पहले विकेट के लिए 45.3 ओवर में 320 रन बनाकर 300 रन की साझेदारी करने वाली पहली सलामी जोड़ी बनने की उपलब्धि हासिल की। दीप्ति शर्मा ने इस दौरान 188 रन बनाकर बेलिंडा क्लार्क के बाद वनडे में दूसरा सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने का रिकॉर्ड बनाया।
वहीं साल के अंत में भारतीय स्पिनर एकता बिष्ट ने भी एक शानदार उपलब्धि अपने नाम किया। आईसीसी द्वारा चुनी गई वनडे और टी-ट्वेंटी दोनों टीमों में एकता को शामिल किया गया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय बनी।
7.गुजरात बना रणजी चैम्पियन
मुम्बई को हराकर पार्थिव पटेल की कप्तानी वाली गुजरात की टीम ने रणजी ट्रॉफी 2016-17 का खिताब जीत लिया। यह गुजरात का 17वां रणजी खिताब था। इसके साथ ही गुजरात रणजी ट्रॉफी, वन डे कप (विजय हजारे ट्रॉफी) और टी-20 कप (सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी) जीतने वाली टीम बन गई।
8.मुम्बई इंडियंस ने जीता आईपीएल
मुम्बई इंडियंस ने पुणे सुपर जायंट्स को हराकर तीसरी बार आईपीएल का खिताब जीता। इसके साथ ही मुंबई, चेन्नई सुपरकिंग्स के दो बार की खिताबी जीत से एक कदम आगे बढ़ गई। हर बार किसी न किसी विवाद में रहने वाली आईपीएल इस साल विवादों से कमोबेश दूर रही। अगले साल इस लीग में प्रतिबंधित हुई चेन्नई सुपरकिंग्स की फिर से वापसी हो रही है।
9.बीसीसीआई में जारी रही ‘राजनीति’
बीसीसीआई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नकेल कसने के बाद भी उसकी हालत सुधरती नहीं दिख रही। इसी वजह से रामचंद्र गुहा ने प्रशासकों की समिति से इस्तीफा दे दिया। हालांकि गुहा ने इसके लिए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया लेकिन साफ था कि वह प्रशासकों की समिति की उदासीन कार्यप्रणाली से खुश नहीं थे।
उधर बीसीसीआई में ‘राजनीति’ का दौर जारी रहा। इसके मुख्य तीन अधिकारी कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और खजांची अनिरूद्ध चौधरी समय-समय पर आपस में भिड़ते रहें और इनके ईमेल मीडिया में लीक होते रहें।
उधर कोच के मुद्दे पर भी बीसीसीआई ने लचीला रूख न अपनाते हुए अपनी किच-किच कराई। विराट कोहली और तत्कालीन कोच अनिल कुंबले के बीच मतभेद की खबरों के बीच रवि शास्त्री टीम इंडिया के नए कोच बने। उन्होंने अपने पसंद से फिर भरत अरूण और संजय बांगड़ को अपना सहायक कोच बनाया। विदेशी दौरों के लिए सलाहकार के पद पर राहुल द्रविड़ और जहीर खान की नियुक्ति का भी नाम आया था लेकिन बीसीसीआई ने अंतिम समय में इन नामों को वापस ले लिया। स्तंभकार रामचंद्र गुहा ने इसे इन महान खिलाड़ियों के लिए ‘सार्वजनिक अपमान’ माना था।
10.भारत बना ब्लाइंड वर्ल्ड कप का चैम्पियन
भारत में आयोजित हुए ब्लाइंड वर्ल्ड कप में भारत ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर खिताब जीत लिया। इस रोमांचक मैच में भारत ने पाकिस्तान को सिर्फ एक रन से हराया। इससे पहले 2012 में भी भारत ने यह टूर्नामेंट जीता था।
11.पाकिस्तान ने जीता चैम्पिंयस ट्रॉफी
भारत के लिए इस साल की एकमात्र निराशा चैम्पिंयस ट्रॉफी का फाइनल रहा, जहां पर वह अपने चिर प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान से हार गई। इस तरह भारत का लगातार दो बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने का सपना टूट गया।
12.ऑस्ट्रेलिया ने जीता एशेज
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी धरती पर खेले गए एशेज मुकाबले के पहले तीनों मैच को जीतकर एशेज को इंग्लैंज से छीन लिया।
13.आर्थर मौरिस और मुरलीधरन आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल
ऑस्ट्रेलिया के भूतपूर्व सलामी बल्लेबाज ऑर्थर मौरिस को आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इस तरह वह इस सम्मानजनक लीग में शामिल होने वाले 82वें क्रिकेटर बने। बाएं हाथ के इस सलामी बल्लेबाज ने 1946 से 55 के बीच कुल 46 टेस्ट मैच खेले थे और 47 के औसत से 3533 रन बनाए थे।
लीजेंड्री स्पिनर मुथैय्या मुरलीधरन को भी इस प्रतिष्ठित क्लब में शामिल किया गया। मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। इसके अलावा जार्ज लेहमैन और केरेन रॉल्टन को भी ये सम्मान मिला।
बैडमिंटन
14.चेन्नई स्मैशर्स बना प्रीमियर बैडमिंटन लीग 2017 का विजेता
चेन्नई स्मैशर्स ने फाइनल में मुम्बई रॉकेट्स को 4-3 से हराकर प्रीमियर बैडमिंटन लीग 2016-17 का खिताब जीत लिया। 2013 में इण्डियन बैडमिंटन लीग नाम से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में भारत समेत विश्व के प्रमुख खिलाड़ी भाग लेते हैं। 23 दिसम्बर से इस लीग के 2017-18 संस्करण की भी शुरूआत हो गई।
15.साइना नेहवाल ने जीता मलेशियाई मास्टर्स का खिताब
भारत की प्रमुख बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने थाईलैंड के पोर्नपोयी चोकुवांग को 22-20 22-20 से 3हराकर मलेशियाई मास्टर्स ग्रैंड प्रिक्स का एकल खिताब जीता। शीर्ष वरीय और लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता का यह साल 2017 का पहला और कुल मिलाकर 23 वां खिताब था।
16.सिंधु ने विश्व चैम्पियनशिप में जीता रजत पदक
सिंधु ने अपने बेहतरीन साल की शुरूआत अपने घर में इंडियन ओपन में जीत के साथ की। फाइनल में सिंधु ने स्पेन की शीर्ष खिलाड़ी कैरोलिना मारिन को 21-19, 21-16 से हराया। सिंघु के लिए यह पूरा साल शानदार गया और इस दौरान उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप का रजत पदक सहित कोरिया ओपन जीता। इसके अलावा वह कोरिया ओपन, दुबई वर्ल्ड सुपर सीरीज और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में उपविजेता भी रही।
17.सिंगापुर ओपन में ऑल इंडिया फाइनल
भारत के लिए पूरा साल बैडमिंटन में बेहतरीन रहा। पीवी सिंधु, साइना नेहवाल के अलावा भारतीय पुरूषों खासकर किदाम्बी श्रीकांत ने अपने प्रदर्शन से पूरे विश्व पटल पर भारतीय बैडमिंटन को स्थापित किया। इसकी शुरूआत सिंगापुर ओपन से हुई, जहां पर पहली बार किसी सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का फाइनल ‘ऑल इंडिया फाइनल’ हुआ। भारतीय शटलर्स साई प्रणीत और किदाम्बी श्रीकांत ने अपने-अपने प्रतिद्वंदियों को हराकर फाइनल में पहुंचकर एक रिकॉर्ड बनाया। इस ऑल इंडिया फाइनल में प्रणीत ने श्रीकांत को 21–17, 17–21, 12–21 से हराया। इसके अलावा सांई प्रणीत ने सिंगापुर ओपन का भी खिताब जीता।
18.‘सुपर श्रीकांत’ का साल
वैसे यह पूरा साल श्रीकांत के लिए शानदार बीता और उन्होंने इस दौरान कुल 4 सुपर सीरीज खिताब जीता। इसमें इंडोनेशियन ओपन, ऑस्ट्रेलियन ओपन, डेनमार्क ओपन और फ्रेंच ओपन शामिल है। वह इस साल रैंकिंग में भी दूसरे स्थान तक पहुंचे। वह लगातार दो सुपर सीरीज टाइटल और साल में 4 सुपर सीरीज टाइटल जीतने वाले पहले भारतीय बने। हालांकि विश्व चैंपियनशिप में वह क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सके। कुल मिलाकर यह साल सुपर श्रीकांत का साल रहा।
फुटबॉल
19.भारतीय फुटबॉल का स्वर्णिम साल
साल 2017 भारत के लिए यादगार रहा। जहां एक तरफ भारत ने पहली बार किसी फीफा टूर्नामेंट (अंडर 17 विश्व कप) की मेजबानी की, वहीं भारतीय सीनियर टीम ने भी पूरे साल शानदार प्रदर्शन करते हुए 21 सालों में पहली बार टॉप 100 में जगह बनाया। साल भर में भारतीय सीनियर टीम ने एक भी मैच नहीं गवाया और 6 साल बाद एशिया कप के लिए भी क्वालीफाई किया।
20.भारतीय भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने भी 3 जनवरी 2017 को फाइनल में बंग्लादेश को 3-1 से हराकर लगातार चौथी बार सैफ कप का खिताब जीत लिया। यह प्रतियोगिता दक्षिण एशियाई देशों के बीच खेली जाती है जिसमें शुरू से भारत का वर्चस्व रहा है। भारतीय महिला टीम इस समय विश्व रैंकिंग में 56वें स्थान पर है।
लीग टूर्नामेंट के इस दौर में भारतीय महिलाओं के लिए भी भारतीय फुटबॉल फेडरेशन ने इंडियन वुमन लीग (आईडब्ल्यूएल) की शुरूआत की। इस लीग को लीजेंड्री फुटबॉल खिलाड़ी बेमबेम देवी की अगुवाई वाली ईस्टर्न स्पोर्टिंग यूनियन ने जीता। फाइनल मैच के बाद बेमबेम देवी ने प्रोफेशनल फुटबॉल से संन्यास ले लिया।
फीफा अंडर 17 विश्व कप में गोल कर जैक्सन सिंह ने किसी भी फीफा टूर्नामेंट में गोल करने वाले पहले भारतीय होने का इतिहास बनाया।
21.पश्चिम बंगाल ने जीता संतोष ट्रॉफी
पश्चिम बंगाल ने गोवा को 1-0 से हराकर 71 वीं संतोष ट्रॉफी फुटबॉल टूर्नामेंट जीत लिया। पश्चिम बंगाल का यह कुल 32वां संतोष ट्रॉफी था। आपको बता दें कि संतोष ट्रॉफी भारत का एक वार्षिक फुटबॉल टूर्नामेंट है, जिसमें राज्य संघ और सरकारी संस्थान भाग लेते हैं।
विश्व फुटबॉल
22.इंग्लैंड ने जीता अंडर-20 और अंडर-17 फुटबॉल विश्व कप
इंग्लैंड ने जूनियर फुटबॉल में पूरे साल धमाल मचाया और अंडर-20 और अंडर-17 फुटबॉल विश्व कप जीता। जहां उसने दक्षिण कोरिया में आयोजित अंडर-20 विश्व कप में वेनेजुएला को 1-0 से हरा कर खिताब जीता, वहीं भारत में आयोजित अंडर-17 फुटबॉल विश्व कप में स्पेन को 5-2हराकर विश्व कप पर कब्जा जमाया। कुल मिलाकर जूनियर फुटबॉल में यह इंग्लैंड का साल रहा।
23.जर्मनी ने जीता कंफेडरेशन कप
वहीं सीनियर फुटबॉल में फीफा कंफेडरेशन कप को जर्मनी ने जीता। जर्मनी ने चिली को 1-0 से हराकर यह टूर्नामेंट जीता। वहीं पुर्तगाल ने मेक्सिको को 2-1 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया।
24.रियल मैड्रिड ने जीता चैम्पियंस लीग
उधर क्लब फुटबॉल की बात करें तो रियल मैड्रिड ने इस साल का भी यूएफा चैम्पियंस लीग का खिताब जीत लिया। उसने फाइनल में यूवेंट्स को हराया और वह चैम्पियंस लीग के इतिहास में खिताब बचाने वाली पहली टीम बनी। यह मैड्रिड का 12वां खिताब था।
हालांकि साल के अंत में हुए प्रसिद्ध एल-क्लासिको मैच में मैड्रिड अपने चिर प्रतिद्वन्दी बार्सिलोना से 3-0 से हार गया।
25.इटली विश्व कप के लिए नहीं कर पाया क्वालीफाई
चार बार के विश्व विजेता टीम इटली 1958 के बाद पहली बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। इसके साथ ही इटली के लीजेंड्री गोलकीपर बुफन का रिकॉर्ड लगातार 6 विश्व कप खेलने का सपना टूट गया।
हॉकी
26.हॉकी वर्ल्ड लीग में भारत को कांस्य
भारतीय हॉकी टीम ने अपने शानदार डिफेंस और आक्रमण के दम पर हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल्स में जर्मनी को रोमांचक मैच में मात देकर कांस्य पदक अपने नाम किया। जर्मनी जैसी मजबूत टीम के खिलाफ भारत ने शानदार खेल दिखाया। इस मैच में भारत ने जर्मनी को 2-1 से मात दी। भारत ने इस टूर्नामेंट में लगातार दूसरी बार कांस्य पदक जीता।
वहीं एशिया कप में भी भारत लगभग एक दशक बाद विजेता बना।
27.महिला हॉकी में भी भारत विजेता
वहीं महिला हॉकी टीम ने वर्ल्ड लीग राउंड-2 के फाइनल मुकाबले में चिली को पेनाल्टी शूट आउट में 3-1 से हराकर खिताब को अपने नाम किया। ओलम्पिक में आखिरी स्थान पर आने के बाद यह भारतीय टीम के लिए एक प्रमुख सफलता थी। हालांकि वर्ल्ड लीग के सेमीफाइनल मुकाबलों में हारकर वह आठवें स्थान पर रही।
साल के अंतिम क्वार्टर में हुए एशिया कप में भारतीय महिलाओं ने स्वर्ण पदक जीता और अगले साल लंदन में होने वाले विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई किया। इसके साथ ही भारतीय महिलाओं ने रैंकिंग में विश्व के शीर्ष दस देशों में अपनी जगह बनाई।
28.भारत के एसवी सुनील बनें एशिया के सर्वश्रेष्ठ हॉकी प्लेयर
एशियन हॉकी फेडरेशन ने एक समारोह में भारत के तेजतरार्र फॉरवर्ड एसवी सुनील को एशिया के सर्वश्रेष्ठ हॉकी प्लेयर के खिताब से नवाजा। इसके अलावा भारत के हरमनप्रीत सिंह को सर्वश्रेष्ठ उभरते हुए खिलाड़ी का अवॉर्ड मिला। इन दोनों ने 2016 में भारत को चैम्पियंस ट्रॉफी का सिल्वर मेडल जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। एसवी सुनील को इस साल अर्जुन पुरस्कार भी मिला जबकि पूर्व भारतीय कप्तान सरदारा सिंह को सर्वोच्च राजीव गांधी पुरस्कार से नवाजा गया।
टेनिस
29.सोमदेव देवबर्मन का संन्यास
साल के शुरूआत में भारत के शीर्ष एकल टेनिस खिलाड़ी सोमदेव देवबर्मन ने टेनिस से संन्यास ले लिया। जूनियर टेनिस में ख्याति प्राप्त करने के बाद 2008 में वह सीनियर टेनिस में आए और संन्यास लेने तक लगातार भारत के शीर्ष खिलाड़ी बने रहें। हालांकि 2012 के बाद वह लगातार चोटों से भी परेशान रहें। वह 2009 के चेन्नई ओपन और 2010 के साउथ अफ्रीका ओपन के फाइनल में तो पहुंचे लेकिन कभी कोई खिताब नहीं जीत पाए।
30.फेडरर और सेरेना ने जीता साल का पहला ग्रैंड स्लैम
शीर्ष टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर और सेरेना विलियम्स ने साल का पहला ग्रैंड स्लैम खिताब यानी ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीता। फेडरर ने जहां अपने चिर प्रतिद्वंदी राफेल नडाल तो सेरेना ने अपने बहन वीनस विलियम्स को फाइनल में हराया।
31.सानिया मिर्जा ने जीता ब्रिस्बेन ओपन का खिताब
भारत की प्रमुख महिला खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने अपने अमेरिकी पार्टनर बेथाइन मेटेक सैंड्स के साथ मिलकर ब्रिस्बेन ओपन का डबल खिताब अपने नाम कर लिया। 2016 में भी सानिया ने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर यह खिताब अपने नाम किया था।
32.राबर्टो बटिस्टा ने जीता चेन्नई ओपन का खिताब
भारत की एकमात्र प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टेनिस प्रतियोगिता चेन्नई ओपन का खिताब स्पेन के राबर्टो बटिस्टा ने जीता। बटिस्टा ने रूस के डेनिल मेदवदेव को 6-3, 6-4 से हराकर यह खिताब जीता। वहीं भारत के रोहन बोपन्ना और जीवन नेदुनचेझियां ने इस प्रतियोगिता का युगल खिताब अपने नाम किया। रोहन और जीवन की जोड़ी ने भारत के पूरब राजा और दिविज शरण की जोड़ी को 6-3, 6-4 से हराकर यह खिताब अपने नाम किया।
33.पूरे साल रहा फेडरर और नडाल का रहा जलवा
इस वर्ष ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में राफेल नडाल और रोजर फेडरर का जलवा रहा। दोनों ने मिलकर दो-दो टूर्नामेंट जीते। जहां नडाल ने फ्रेंच ओपन और अमेरिकन ओपन का खिताब जीता, वहीं फेडरर ने अपना मनपसंद बिम्बलडन और ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता। महिला वर्ग में चारों ग्रैंड स्लैम खिताब अलग-अलग महिलाओं ने जीता। लेकिन साल भर दबदबा अमेरिकन स्टार सेरेना विलियम्स का ही रहा।
वहीं भारत के लिए यह साल ठीक-ठाक रहा और रोहन बोपन्ना भारत के लिए एकमात्र ग्रैंड स्लैम विजेता बने। बोपन्ना ने अमेरिका के गैबरियल डाबरोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन का खिताब जीता।
34.भारतीय डेविस टीम के लिए रहा मिला–जुला साल
भारतीय टीम ने साल की शुरूआत में न्यूजीलैंड और उजबेकिस्तान को आसानी से एशिया-ओसियाना ग्रुप में हराकर वर्ल्ड ग्रुप प्ले ऑफ में प्रवेश किया। हालांकि प्ले ऑफ में वह कनाडा से एक कड़े मुकाबले में 2-3 से पराजित होकर फिर से वर्ल्ड ग्रुप से बाहर हो गई।
बॉक्सिंग
- आठ साल का कश्मीरी लड़का बना राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैम्पियन
आठ साल के कश्मीरी ब्वाय अबू अमाज ने राष्ट्रीय स्तर के थाई बॉक्सिंग चैम्पियनशिप को जीतकर कमाल कर दिया। अमाज के इस कारनामे के कारण उनके गृह जनपद राजौरी में खूब खुशियां मनाई गई और उन्हें डीएम से लेकर पुलिस विभाग ने सम्मानित किया।
- शिवा थापा ने बनाया इतिहास
भारतीय मुक्केबाज शिवा थापा एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर लगातार तीन एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। शिव थापा ने ताशकंद, उज्बेकिस्तान में आयोजित एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 60 किलो वर्ग में रजत पदक जीता। इससे पहले एशियाई चैंपियनशिप में थापा ने 2013 में स्वर्ण और 2015 में कांस्य पदक जीता था।
37.सरिता देवी बनी पहली महिला प्रोफेशनल मुक्केबाज
पूर्व विश्व और एशियाई चैम्पियन भारत की एल. सरिता देवी प्रोफेशनल मुक्केबाजी में प्रवेश करने वाली पहली महिला बन गई। इससे पहले ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह प्रोफेशनल मुक्केबाजी में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय बने थे।
38.विजेंदर सिंह ने दर्ज की लगातार 10वीं जीत
उधर विजेंदर सिंह का प्रोफेशनल मुक्केबाजी में शानदार सफर जारी है। वह अब तक इसमें अजेय रहे हैं। साल के अंत में जयपुर में खेले गए एक मुकाबले में घाना के मुक्केबाज और अफ्रीकी चैंपियन अर्नेस्ट एमुजु को हराकर विजेंदर सिंह ने पेशेवर मुक्केबाजी में लगातार 10वीं जीत दर्ज की।
निशानेबाजी
39.जीतू राय ने जीता विश्व कप
भारत के निशानेबाज जीतू राय ने दिल्ली में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप के 50 मीटर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही भारत ने आईएसएसएफ विश्व कप, नई दिल्ली का अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले 28 फरवरी 2017 को 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा में राय ने कांस्य पदक भी जीता था। इस तरह यह विश्व कप में राय जाने का दूसरा पदक था। 50 मीटर स्पर्धा का रजत पदक भी भारत के खाते में गया। भारत के अमनप्रीत सिंह ने 226.9 के कुल स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर कब्जा किया।
तीरंदाजी
40.भारतीय पुरुष टीम ने जीता तीरंदाजी विश्व कप
भारतीय पुरुष टीम ने चीन के शंघाई में आयोजित विश्व कप के टीम कम्पाउंड वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया। अभिषेक वर्मा, चिन्ना राजू और अमनजीत सिंह की भारतीय टीम ने कोलंबिया को हराकर विश्व कप जीता। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल में ईरान और क्वार्टर फाइनल में अमेरिका को हराया था।
कुश्ती
41.पंजाब रॉयल्स ने जीता प्रो रेसलिंग लीग का खिताब
पंजाब रॉयल्स ने हरियाणा हैमर्स को 5-4 से हराकर प्रो रेसलिंग लीग सीजन 2 का खिताब जीत लिया। नई दिल्ली में के डी जाधव इंडोर स्टेडियम में पंजाब रॉयल्स टीम को विजेता ट्रॉफी के साथ-साथ इनाम राशि के रूप में 1 करोड़ 90 लाख रूपए का इनाम मिला। आपको बता दें कि यह लीग भारत में कुश्ती को प्रसिद्धि दिलाने के लिए रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की एक पहल है, जिसमें विदेशी रेसलर्स भी भाग लेते हैँ।
शतरंज
42.फारूख अमानातोव बने दिल्ली अंतरराष्ट्रीय चेस ओपन के विजेता
तजाकिस्तान के एकमात्र ग्रैंडमास्टर फारूख अमानातोव दिल्ली में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय चेस ओपन प्रतियोगिता के विजेता बने। उन्होंने फाइनल में दिप्तयन घोष और झुमेव मरात को पछाड़ कर यह खिताब अपने नाम कर लिया।
स्कवैश
43.एशियन स्क्वैश चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय बनी जोशना
शीर्ष स्क्वैश खिलाड़ी जोशना चिनप्पा एशियाई स्क्वैश खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनी। उन्होंने एक रोमांचक फाइनल में एक और भारतीय दीपिका पल्लीकल को हराया। इस तरह उन्होंने यह इतिहास बनाया। अब तक भारतीय पुरूषों में भी यह कारनामा कोई नहीं कर सका है।
भारोत्तलन (वेटलिफ्टिंग)
44.मीराबाई चानू ने रचा इतिहास
भारोत्तलक सैखोम मीराबाई चानू विश्व भारोत्तलन चैम्पियनशिप में रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता और इतिहास रचा। वह विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली कर्णम मल्लेश्वरी के बाद सिर्फ दूसरी भारतीय बनी। चानू ने कुल 194 किलोग्राम (85 किलो स्नैच और 109 किलो क्लीन एंड जर्क) भार उठाकर हुए गोल्ड मेडल हासिल किया। आपको बता दें कि इससे पहले 1994 और 1995 में ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी ने विश्व चैम्पियनशिप में लगातार दो बार पीला तमगा जीता था।
वुशु
45.ब्रिक्स खेलों में भारतीय वुशु खिलाड़ियों का शानदार खेल
चीन के गुवांग्झू में आयोजित पहले ब्रिक्स खेलों में भारतीय वुशु टीम ने छह पदक जीते। इसमें दो स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल है। जहां ज्ञानदास और अंजुल नामदेव ने स्वर्ण पदक जीता, वहीं बिधेश्वरी देवी और तोशिबाला ने रजत पदक जीता। सनातगोंभी चानू और सजन लामा ने कांस्य पदक जीता।
डब्ल्यूडब्ल्यूई
46.डब्ल्यूडब्ल्यूई में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला बनी कविता देवी
कविता देवी डब्ल्यूडब्ल्यूई में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। कविता देवी भूतपूर्व भारोत्तलक और दक्षिण एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता रह चुकी हैं। खास बात यह रही कि कविता देवी ने अपनी पहली फाईट परम्परागत भारतीय सलवार-सूट में लड़ी और अपना प्रभाव छोड़ा। हालांकि वह अपना पहला मैच हार गई। बता दें कि कविता देवी दी ग्रेट खली की शिष्या हैं।
अन्य खेल
47.101 साल की सुपर इंडियन वुमन ‘मान कौर’
कहते हैं कि अगर जज्बा हो तो सब कुछ मुमकिन है। भारत की 101 वर्षीय महिला मान कौर ने इस कहावत को सच साबित कर दिया। उन्होंने न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में आयोजित वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में 100+ आयु वर्ग में 100 मीटर स्प्रिंट दौड़ जीता। कौर ने 100 मीटर की इस दूरी को पूरा करने के लिए एक मिनट 14 सेकेंड का समय लिया। यह मान कौर के कैरियर का 17 वां स्वर्ण पदक था।
वहीं भाला फेंक स्पर्धा में भी कौर ने 5 मीटर 12 सेंटीमीटर की दूरी पर भाला फेंक कर गिनीज रिकॉर्ड बनाया।
इसके अलावा कौर स्काईवॉक करने वाली सबसे अधिक उम्र की व्यक्ति बनीं। 101 वर्षीय मान ने ऑकलैंड के प्रसिद्ध स्काई टॉवर पर स्काईवॉक किया। यह स्काईवॉक जमीन से 192 मीटर ऊपर हुआ। नि:संदेह कौर का 2017 का सुपर वुमन कहा जाना चाहिए।
- मिलिंद सोमण बने ‘अल्ट्रामैन’
अभिनेता मिलिंद सोमण ने 517.5 किलोमीटर लंबे रेस को पूरा कर इतिहास रच दिया। यह रेस अमेरिका के फ्लोरिडा में आयोजित की गई थी जिसमें तैराकी, साइक्लिंग और दौड़ शामिल था। सोमण ने यह रेस नंगे पांव ही पूरी की और ‘अल्ट्रामैन’ का खिताब जीता।
- सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने जीता गोल्ड
भारत के सुप्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने मास्को में आयोजित 10 वीं मास्को सैंड आर्ट चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। यह प्रतियोगिता 22 से 28 अप्रैल के बीच आयोजित हुई थी जिसमें दुनिया भर के 25 कलाकारों ने भाग लिया था। इस प्रतियोगिता का थीम “हमारे आसपास की दुनिया थी”।
नि:संदेह सुदर्शन पटनायक भारत के एक अद्भुत प्रतिभाशाली कलाकार हैं जो दुनिया भर में अपने सैंड आर्ट के लिए जाने जाते हैं।
सम्मान
- कोहली, साक्षी मलिक, दीपा कर्माकर सहित 8 खिलाड़ियों को मिला पद्मश्री
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, ओलम्पिक पदक विजेता साक्षी मलिक, जिम्नास्ट दीपा कर्माकर सहित 8 खिलाड़ियों को भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री पुरस्कार मिला। इन खिलाड़ियों में भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर श्रीजेश, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा, पैरालम्पियन मरियप्पन थंगवेलू व दीपा मलिक और ब्लाइंड क्रिकेट टीम के कप्तान शेखर नायक को यह पुरस्कार मिला।
51.राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार
इस साल खेलों के सर्वोच्च पुरस्कार पैरालम्पिक खिलाड़ी देवेंद्र झांझरिया और पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान सरदारा सिंह को खेल रत्न पुरस्कार दिया गया। देवेंद्र झांझरिया ने रियो पैरालम्पिक खेलों के भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
52.अर्जुन अवॉर्ड
राजीव गांधी खेल रत्न के साथ अर्जुन अवॉर्ड भी दिए गए। इस साल क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा, महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत सिंह, महिला फुटबॉल लीजेंड बेमबेम देवी, तीरंदाज वी.जे. सुरेखा , एथलीट खुशबीर कौर और अरोकिया राजीव, बास्केटबॉल खिलाड़ी प्रशांति सिंह, मुक्केबाज लैशराम देवेंद्रों सिंह, गोल्फर एस एस पी चौरसिया, हॉकी खिलाड़ी, एसवी सुनील, कबड्डी खिलाड़ी जसवीर सिंह, शूटर पी एन प्रकाश, टेबल टेनिस खिलाड़ी ए अमलराज, टेनिस खिलाड़ी साकेत मायनेनी, कुश्ती खिलाड़ी सत्यव्रत कादियान, पैरा एथलीट मरियप्पन और वरुण सिंह भाटी को यह पुरस्कार मिला।
53.यूसैन बोल्ट ने जीता ‘स्पोर्ट्समैन ऑफ द इयर‘ का खिताब
फर्राटा धावक यूसैन बोल्ट को मोनाको में आयोजित लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स 2017 में ‘स्पोर्ट्समैन ऑफ द इयर 2016’ के खिताब से नवाजा गया। वहीं साइमन बुल्स को ‘स्पोर्ट्सवूमन ऑफ द इयर 2016’ का सम्मान मिला। बोल्ट को चौथी बार इस शीर्ष सम्मान से सम्मानित किया गया।
संन्यास
अब इन दिग्गजों का मैदान में नहीं दिखेगा करिश्मा
54.यूसैन बोल्ट ने टांगे जूते
यूनिवर्स के सबसे तेज इंसान ने इस साल अपने जूते टांग दिए। हालांकि ट्रैक से उनकी विदाई दुर्भाग्यपूर्ण रही क्योंकि लंदन में आयोजित विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वह अपना आखिरी रेस पूरा नहीं कर सके। पूरी दुनिया ने इस ओलम्पिक ट्रिपल चैम्पियन को अश्रुपूर्ण विदाई दी।
55.मोहम्मद फराह ने जीत के साथ ली विदाई
लंबी दूरी के विश्व चैम्पियन धावक मोहम्मद फराह ने भी लंदन की विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान ट्रैक को अलविदा कह दिया। वह चार बार के ओलम्पिक और छ: बार के विश्व चैम्पियन खिलाड़ी थे।
- मार्टिना हिंगिस ने भी कहा अलविदा
दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी मार्टिना हिंगिस ने भी इस साल संन्यास ले लिया। इससे पहले उन्होंने 2007 में भी संन्यास की घोषणा की थी लेकिन जल्द ही उन्होंने इसे वापिस ले लिया था। अपने 23 साल के लंबे टेनिस करियर में इस स्विस स्टार ने कुल 114 खिताब जीते, जिसमें 25 ग्रैंड स्लैम शामिल है।
57.अब नहीं दिखेगा मैदान में ‘नेहरा जी’ और बूम–बूम अफरीदी का धूम
क्रिकेट के मैदान में भी दो दिग्गजों भारत के आशीष नेहरा और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने संन्यास ले लिया। वनडे क्रिकेट में कभी सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले अफरीदी इससे पहले भी कई बार संन्यास का ऐलान का वापसी कर चुके हैं। अफरीदी ने 398 वनडे मैचों में 8064 रन बनाए जबकि 395 विकेट भी हासिल किए।
वहीं साल के नवंबर माह में जुझारू तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने भी संन्यास ले लिया। चोटों से प्रभावित उतार-चढ़ाव भरे अपने लंबे करियर में नेहरा जी ने 17 टेस्ट, 120 वनडे और 27 टी-20 मैच खेले। वह 2003 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 6 विकेट लेने के लिए लंबे समय तक याद किए जाएंगे।
डोपिंग
58.डोपिंग के मामले में भारत रहा बदनाम
भारत डोपिंग के मामले में पूरे साल बदनाम रहा। इस बार लगातार तीसरी बार उसे वाडा की रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला। वाडा के आकड़ों के अनुसार भारत के कुल 117 खिलाड़ी डोपिंग के दोषी पाए गए। भारत से ऊपर सिर्फ इटली और रूस रहें।
59.रूस पर ओलम्पिक संघ ने लगाया पाबंदी
रूस पर तो अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक संघ ने पाबंदी भी लगा दी है और अब वह दक्षिण कोरिया के प्योंगयांग में अगले साल आयोजित होने वाले विंटर ओलम्पिक में हिस्सा नहीं ले सकेगा।
–दया सागर