IND vs AUS: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउन्ड (MCG) में खेला जा रहा है। मुकाबले के पहले ही दिन ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष बल्लेबाजी क्रम ने कमाल की बल्लेबाजी कर अच्छा स्कोर खड़ा किया है। हालांकि निचले क्रम के बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए हैं। भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मुकाबले हमेशा से ही रोमांचक रहे हैं। इन मुकाबलों में कई बार खिलाड़ियों की फॉर्म चर्चा का विषय बनती है। ऐसा ही कुछ इस बार भी देखने को मिला, जब ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श (Mitchell Marsh) भारत के खिलाफ लगातार संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में, आइए भारत के खिलाफ मिचेल मार्श के टेस्ट करियर के आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
मिचेल मार्श के निराशाजनक आंकड़े
मिचेल मार्श, जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम के बेहतरीन ऑलराउंडरों में गिना जाता है, भारत के खिलाफ अपनी पिछली 6 टेस्ट पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके हैं। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेले गए हालिया टेस्ट में भी उनकी बैटिंग ने प्रशंसकों को निराश किया। यह स्थिति न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए भी चिंताजनक है। मौजूदा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) सीरीज में मार्श केवल 1 बार अर्धशतक के नजदीक पहुंचे थे। पहले टेस्ट (PERTH TEST) की दूसरी पारी में उन्होंने 47 रनों की पारी खेली थी। बाकी अन्य पांच इनिंग्स में उनका निजि स्कोर सिंगल डिजिट में रहा।
मार्श ने अपनी पिछली सात पारियों में क्रमशः 6, 47, 9 , 5 , 2 और 4 के स्कोर बनाए हैं। एक ऐसे खिलाड़ी के लिए, जिसे बड़े मैचों में महत्वपूर्ण पारियां खेलने की क्षमता के लिए जाना जाता है, ये आंकड़े उनकी क्षमता के अनुरूप नहीं हैं।
भारत के खिलाफ संघर्ष क्यों?
मार्श के खराब प्रदर्शन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। भारतीय गेंदबाजों की रणनीति, खासकर स्पिनर्स के खिलाफ उनकी कमजोरी, स्पष्ट रूप से दिख रही है। रविचंद्रन अश्विन और जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाजों ने मार्श की तकनीक को बार-बार परखा है।
मेलबर्न में प्रदर्शन
मेलबर्न में खेले गए हालिया टेस्ट मैच में मार्श से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह एक बार फिर असफल रहे। उनकी 4 रनों की छोटी पारी में न केवल खराब शॉट चयन देखने को मिला, बल्कि गेंदबाजों के खिलाफ उनकी असहायता भी झलकी। इससे पहले भी 2018 में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मेलबर्न के एक टेस्ट मैच में मार्श का चयन हुआ था। तब भी मार्श कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे, तब पहली पारी में उन्होंने 9 रन तो दूसरी पारी में सिर्फ 10 रनों का योगदान दिया था।
इसके अलावा, आंकड़ों को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि आज तक भारत के खिलाफ मार्श ने एक भी शतक या अर्धशतक नहीं जड़ा है। 2017 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के इंडिया टूर में भी मार्श ने बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखाया था। उस सीरीज में उनका सर्वाधिक निजि स्कोर 31 रन रहा था। हालांकि अपने करियर के शुरुआती वर्ष में उन्होंने भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था। भारत के खिलाफ 2014 में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज में उन्होंने एडिलेड में हुए टेस्ट की दोनों पारियों में 40 से अधिक का स्कोर बनाया था।
कंगारू टीम पर असर
मार्श का यह खराब फॉर्म ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए चिंता का विषय है। मिडल ऑर्डर में एक मजबूत बल्लेबाज के तौर पर उनसे बड़ी पारियों की उम्मीद की जाती है। लगातार साधारण प्रदर्शन के बाद अब ये देखना दिलचस्प होगा कि उनको अंतिम और पांचवे टेस्ट के लिए प्लेइंग 11 में जगह मिलती है या नहीं।
मार्श के लिए यह बेहद जरूरी हो गया है कि वह जल्द से जल्द अपनी फॉर्म में सुधार करें। आगामी मैचों में उन्हें अपनी तकनीक पर काम करने और भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ नई रणनीति अपनाने की जरूरत है।
मिचेल मार्श का भारत के खिलाफ खराब प्रदर्शन न केवल उनके करियर के लिए, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए भी चुनौतीपूर्ण है। हालांकि, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और उम्मीद की जा सकती है कि मार्श जल्द ही अपनी फॉर्म में वापसी करेंगे। ऑस्ट्रेलिया को अगर भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करनी है, तो मिचेल मार्श का प्रदर्शन अहम भूमिका निभाएगा।