IND vs AUS 4th Test Highlights: ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेले गए चौथे टेस्ट में भारत को 184 रनों से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) में 2-1 की बढ़त बना ली है। इस हार के साथ भारतीय टीम की कमजोरियां एक बार फिर उजागर हो गईं, खासकर बल्लेबाजी विभाग में। दरअसल, MCG पर खेले जा रहे 5 दिवसीय ‘बॉक्सिंग डे टेस्ट’ मैच का आज यानी सोमवार (30 दिसंबर) को पांचवे और अंतिम दिन का खेल समाप्त हुआ। कंगारू टीम को आउट करने के बाद भारत के सामने 340 रनों का लक्ष्य था। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच की दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी इकाई ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। केवल सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में कप्तान पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने टॉप और मिडल ऑर्डर को बहुत अधिक रन बनने का मौका नहीं दिया। दोनों ने मिलकर पांचवे दिन के खेल में 6 विकेट झटके। पैट कमिंस को उनके ऑल-राउन्ड खेल के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया।
बॉक्सिंग डे टेस्ट का कैसा रहा पांचवे दिन का खेल
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी इनिंग को जारी रखते हुए नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड की जोड़ी पांचवे दिन स्कोर को 234/10 तक पहुंचा दिया। जिसके बाद मैदान पर आए टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने विशाल स्कोर का पीछा करना शुरु किया, अंतिम दिन का खेल समाप्त होने से पहले ही टीम इंडिया 155/10 के स्कोर पर धराशाई हो गई। वहीं गेंदबाजी पर नजर डालें तो जसप्रीत बुमराह ने पाँचवे दिन 1 विकेट अपने नाम कर अपना 5 विकेट हॉल पूरा किया। वहीं ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में कप्तान पैट कमिंस (3 विकेट) टॉप ऑर्डर को तो स्कॉट बोलैंड (3 विकेट) ने निचले बैटिंग ऑर्डर को परेशान कर विकेट झटके।
भारतीय बल्लेबाजी की नाकामी
मैच के पांचवे दिन 340 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम महज 155 रनों पर ढेर हो गई। यशस्वी जायसवाल (84) को छोड़कर कोई भी भारतीय बल्लेबाज अर्धशतक का आंकड़ा पार नहीं कर सका। कप्तान रोहित शर्मा (9) और विराट कोहली (5) जैसे अनुभवी बल्लेबाज फिर से नाकाम साबित हुए। ऋषभ पंत (30) और केएल राहुल (0) भी टीम को एक ठोस शुरुआत देने में नाकाम रहे।
इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली इनिंग में स्टार रहे युवा बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी (5), वाशिंगटन सुंदर (1) भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने बहुत अधिक समय तक टिक ना सके।
कंगारू गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने एक बार फिर अपना दबदबा साबित किया। कप्तान पैट कमिंस ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए दोनों इनिंग्स में कुल मिलाकर 6 विकेट चटकाए और प्लेयर ऑफ द मैच बने। उनके अलावा, स्कॉट बोलैंड (6 विकेट) और नाथन लायन (5 विकेट) ने भी दोनों पारियों में भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। जबकि मिचेल स्टार्क और ट्रेविस हेड के खाते में 1-1 विकेट आया।
यशस्वी जायसवाल की जुझारू पारी
हालांकि, इस हार के बावजूद यशस्वी जायसवाल ने अपनी जुझारू बल्लेबाजी से प्रभावित किया। जायसवाल ने 208 गेंदों में 84 रन बनाए और विकेट पर डटे रहे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें कोई खास सहयोग नहीं मिला। उनके आउट होने के बाद भारतीय पारी पूरी तरह लड़खड़ा गई। बता दें कि पहली इनिंग में भी जायसवाल ने टीम के लिए 82 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
बुमराह की घातक गेंदबाजी बेकार
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट चटकाए। बुमराह की गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया अपनी दूसरी पारी में 234 रनों पर सिमट गया था, लेकिन उनकी यह मेहनत भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी के चलते बेकार गई।
पहली पारी में जागी थी उम्मीद
इस टेस्ट की पहली पारी में भी भारतीय बल्लेबाज नाकाम रहे थे। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। स्टीव स्मिथ (140) और मार्नस लाबुशेन (72) ने शानदार पारियां खेलीं। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 4 और रवींद्र जडेजा ने 3 विकेट लिए थे। जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 369 रन बनाए। इस पारी में नीतीश कुमार रेड्डी (114) ने एक शानदार शतक जड़ा था, वहीं यशस्वी जायसवाल (82) और वाशिंगटन सुंदर (50) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं।
कमिंस बने प्लेयर ऑफ द मैच
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को उनके हरफनमौला ऑल राउन्ड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने दोनों पारियों में कुल 6 विकेट लिए और भारत के खिलाफ अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
इसके अलावा, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अपनी बल्लेबाजी कला का प्रदर्शन भी जमकर किया। पैट कमिंस ने दोनों पारियों में मिलाकर 90 रन (49 और 41) बनाए । वहीं, नाथन लायन ने भी सूझबूस भरी बल्लेबाजी का नमूना पेश किया और टीम के लिए दोनों पारियों में मिलाकर 54 रनों (13 और 41) का महत्वपूर्ण योगदान दिया।
टीम इंडिया के लिए आगे की राह मुश्किल
भारत की इस हार ने टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं। बल्लेबाजी क्रम में निरंतरता की कमी, वरिष्ठ खिलाड़ियों का खराब प्रदर्शन, और मिडल ऑर्डर की विफलता जैसे मुद्दों पर काम करना अब बेहद जरूरी हो गया है। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। भारत के लिए अब सिडनी में होने वाला पांचवां और अंतिम टेस्ट करो या मरो जैसा होगा। टीम को यह मैच जीतकर सीरीज बराबर करनी होगी वरना भारतीय टीम अपना टाइटल रिटेन नहीं कर पाएगी।