भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने मिलकर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले टेस्ट मैचों की ऐतिहासिक श्रृंखला को एक नया नाम देने का फैसला किया है। अब यह श्रृंखला “एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी” के नाम से जानी जाएगी, जो कि इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन और भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को समर्पित है।
इस ट्रॉफी का आधिकारिक लॉन्च 11 जून को लॉर्ड्स में होगा, जब एंडरसन और तेंदुलकर स्वयं इस नए नाम की घोषणा करेंगे। यह लॉन्च विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के दौरान होगा, और इसके कुछ ही दिनों बाद 20 जून से लीड्स में शुरू हो रही नई टेस्ट श्रृंखला से WTC का अगला चक्र भी आरंभ हो जाएगा।
एंडरसन और तेंदुलकर दोनों ही टेस्ट क्रिकेट में लंबा और प्रभावशाली योगदान दे चुके हैं। एंडरसन ने 2003 से 2024 के बीच 188 टेस्ट खेले और 704 विकेट चटकाए, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 1989 से 2013 तक 200 टेस्ट में 15,921 रन बनाए, जिसमें 51 शतक और 68 अर्धशतक शामिल हैं।
पहले तक भारत और इंग्लैंड अलग-अलग नामों की ट्रॉफियों के लिए खेलते थे — इंग्लैंड में “पटौदी ट्रॉफी” और भारत में “एंथनी डी मेलो ट्रॉफी”। अब इन दोनों की जगह यह एकीकृत एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी लेगी, जो दो महान खिलाड़ियों की उपलब्धियों को सम्मान देने के साथ-साथ क्रिकेट फैंस के लिए एक नई विरासत की शुरुआत करेगी।
यह पहल अन्य टेस्ट सीरीज में अपनाए गए ट्रेंड की ही एक कड़ी है — जैसे इंग्लैंड-न्यूज़ीलैंड सीरीज को अब “क्रो-थॉर्प ट्रॉफी” कहा जाता है और भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठित “बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी” खेली जाती है।