क्रिकेट जगत में शोक: दिग्गज अंपायर डिकी बर्ड का 92 वर्ष की आयु में निधन, जानें उनका क्रिकेट प्लेयर से लेकर अंपायरिंग तक का सफर

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Dickie Bird: क्रिकेट की दुनिया ने आज एक महान अंपायर और यॉर्कशायर के दिग्गज बल्लेबाज हेरोल्ड डेनिस ‘डिकी’ बर्ड (Harold Dennis “Dickie” Bird) को खो दिया। 92 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक बर्ड ने अपने घर पर शांतिपूर्ण तरीके अंतिम सांस ली। उन्होंने अपने लंबे और समर्पित करियर में 66 अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट और 69 वनडे (ODI) मैचों में अंपायरिंग की। विशेष रूप से वह तीन वर्ल्ड कप फाइनल में अंपायर की भूमिका निभाने वाले चुनिंदा अंपायरों में शामिल थे। बर्ड के निधन की खबर यॉर्कशायर क्रिकेट काउंटी क्लब (YCCC) ने सोशल मीडिया के जरिए दी।

खेल से संन्यास से पहले बल्लेबाजी में भी किए थे कमाल

बर्ड का क्रिकेट करियर अंपायरिंग से पहले बल्लेबाजी से भरा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए 93 फर्स्ट क्लास मैचों में कुल 3,314 रन बनाए। फर्स्ट क्लास में उनका सर्वाधिक स्कोर 181 (नाबाद) था।

इसके अलावा, उन्होंने कुछ समय के लिए लीसेस्टरशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (Leicestershire County cricket Club) की टीम का भी हिस्सा रहे।

अंपायरिंग में भी चमका नाम

1964 में, मात्र 32 वर्ष की आयु में क्रिकेट से संन्यास लिया और 1970 में अपने अंपायरिंग करियर की शुरुआत की। उनका अंतर्राष्ट्राट्रीय स्तर पर अंपायर डेब्यू जुलाई 1973 में इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मुकाबले से हुआ। उसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने योगदान से खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया। उनके अंपायरिंग करियर की खास बात यह रही कि उन्होंने तीन वर्ल्ड कप के फाइनल में अंपायरिंग की जिम्मेदारी निभाई। दोनों फॉर्मेटों (टेस्ट और वनडे) में मिलाकर उन्होंने 135 मुकाबलों में अंपायरिंग की।

आखिरी मैच में भारत बनाम इंग्लैंड मैच के लिए की थी अंपायरिंग

बर्ड ने 1996 में अंपायरिंग से संन्यास लिया। उनके आखिरी मैच की यादगार बात यह रही कि वह भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए मुकाबले में अंपायर थे। यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंग्लैंड और भारत के बीच खेले गए मुकाबले में लॉर्ड्स का नजारा बेहद खास था। जब डिकी बर्ड मैदान पर आखिरी बार अंपायरिंग करने उतरे, तो खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और दर्शक खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत करने लगे। भावुक स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले बर्ड उस पल अपनी आंखों से छलकते आँसू रोक नहीं पाए। उनका अंतरराष्ट्रीय करियर वहीं समाप्त हुआ, जबकि उनका आखिरी फर्स्ट-क्लास मैच 1998 में हेडिंग्ले में यॉर्कशायर और वॉरिकशायर के बीच खेला गया।

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1996, भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट मैच, लॉर्ड्स क्रिकेट स्टेडियम, लंदन – अपने अंतिम टेस्ट मैच में अंपायरिंग करते और भावुक होते डिकी बर्ड

यॉर्कशायर काउंटी क्लब ने सोशल मीडिया के जरिए दी श्रद्धांजलि

यॉर्कशायर क्रिकेट काउंटी क्लब (Yorkshire Cricket County Club) ने बर्ड के निधन पर, एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक इमोशनल पोस्ट किया। क्लब ने लिखा, “यह बताते हुए गहरा दुख हो रहा है कि यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने अपने सबसे प्रिय क्रिकेट हस्तियों में से एक, हारोल्ड डेनिस “डिकी” बर्ड का निधन हो चुका है। वे 92 वर्ष की आयु में अपने घर पर शांतिपूर्ण तरीके से दुनिया को अलविदा कह गए।”

इसके अलावा, क्लब ने उनकी याद में एक वीडियो भी जारी किया है, जो कि शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री जैसा प्रतीत हो रहा है।

क्रिकेट जगत में उनके योगदान की याद

डिकी बर्ड न केवल यॉर्कशायर के लिए बल्कि पूरी क्रिकेट दुनिया के लिए प्रेरणा रहे। उनके खेल और अंपायरिंग की निष्ठा ने युवा खिलाड़ियों और अंपायरों के लिए एक मिसाल कायम की। मैदान पर उनकी फोकस, निर्णय लेने की क्षमता और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रखा।

डिकी बर्ड की यादें हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जीवित रहेंगी। उनके योगदान को याद करते हुए सभी क्रिकेट प्रेमी उनके अनुकरणीय करियर और मैदान में निभाई गई भूमिका को हमेशा सम्मान देंगे।