Deepti Sharma: भारत की महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को उसी के जमीं पर हराकर इतिहास रच दिया है। टीम ने इंग्लैंड को 3 वनडे मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप कर दिया और ट्राफी को अपने नाम किया। इसी बीच लॉर्डस के मैदान पर खेले गए इस सीरीज के आखिरी मैच की चर्चा जोरों पर है। बता दें कि इस मैच में जीत दर्ज करने के साथ ही भारतीय टीम ने अपनी शानदार खिलाड़ी और गेंदबाज झूलन गोस्वामी को विदाई भी दी थी। लेकिन, मैच में भारतीय खिलाड़ी दीप्ति शर्मा की ओर से इंग्लैंड की चार्ली डीन को रनआउट करने का मामला जोर पकड़ लिया। अब भारत लौटने पर दीप्ति ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

Deepti Sharma ने मांकडिंग रनआउट करके लिया था आखिरी विकेट
भारतीय गेंदबाज दीप्ति शर्मा ने लॉर्डस में इंग्लैंड की चार्ली डीन का विकेट मांकडिंग रनआउट करके लिया था। इस पर इंग्लैंड नाराज हो गया था। वहीं, जब दीप्ति शर्मा भारत लौटी, तो उनसे उस रनआउट के बारे में पूछा गया, जिसपर दीप्ति ने जवाब दिया है। दीप्ति ने कहा “हमने सबकुछ नियम के अनुसार किया है।” वे कहती हैं कि उन्होंने चार्ली डीन को बार-बार समझाया था। इसके साथ ही उन्होंने अंपायर को भी बताया था कि चार्ली डीन बार-बार क्रीज से बाहर निकल जा रही हैं। दीप्ति कहती हैं “जब चार्ली डीन नहीं मानीं, तो हमने उनको आउट कर दिया।”
वहीं, जब मामले में विवाद हुआ तो भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी दीप्ति का बचाव किया। उन्होंने कहा था कि हमारी टीम ने नियमों के खिलाफ कुछ भी नहीं किया है।
बता दें कि इंग्लैंड के कई पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों ने इस रनआउट को गलत बताया था। लेकिन, आईसीसी नियम के तहत जब यह सही साबित हो गया तो, रनआउट मान्य कर लिया गया था।
जीत के साथ झूलन को करना था विदा- दीप्ति
वहीं, भारत लौटीं दीप्ति ने रनआउट पर एक और जानकारी देते हुए कहा कि यह हमारे प्लान का हिस्सा था। बार-बार मना करने पर भी जब चार्ली डीन नहीं मानीं, तो हमने आउट कर दिया। दीप्ति कहती हैं कि हर टीम जीतना चाहती है। हम चाहते थे कि जीत के साथ ही झूलन को विदा करें।
क्या है मांकडिंग रनआउट?
बता दें कि जब गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइक पर खड़े बल्लेबाज को आउट करता है, तो उसे मांकडिंग रनआउट कहते हैं। गेंदबाज को जब लगता है कि नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज उसके गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज से बाहर निकल गया है, तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की बेल्स गिराकर बल्लेबाज को आउट कर सकता है। गेंद फेंकी नहीं गई होती है, इसलिए वह रिकॉर्ड तो नहीं होती, लेकिन बल्लेबाज जरूर आउट हो जाता है। मालूम हो कि क्रिकेट की इतिहास में 13 दिसंबर 1947 को मांकडिंग की पहली घटना हुई थी। तब भारतीय खिलाड़ी वीनू मांकड ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को मांकडिंग रनआउट किया था।
यह भी पढ़ेंः