टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज रहे चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फॉरमेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने पिछली बार भारत के लिए साल 2023 में ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेला था। बीते दो साल से पुजारा भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए थे। ऐसे में उनकी रिटायरमेंट की खबर आई है। पुजारा उन चुनिंदा खिलाड़ियों में रहे हैं जिन्होंने इंडिया के लिए 100 टेस्ट मैच खेले। जिसमें उनके 7 हजार से अधिक रन हैं और कुल 19 शतक हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट
पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी शुरुआत साल 2010 में की थी। जब उनको पहली बार टीम इंडिया की टेस्ट कैप मिली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेलते हुए उन्होंन दूसरी पारी में अर्धशतक लगाया था। ये मैच इंडिया 7 विकेट से जीत गई थी।
2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला शतक और इंग्लैंड के खिलाफ दिखाया दम
अपने पहले टेस्ट शतक के लिए पुजारा को 2 साल का इंतजार करना पड़ा था। साल 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पुजारा ने हैदारबाद में अपना पहला टेस्ट शतक लगाया और 159 रनों की पारी खेली। ये मैच इंडिया ने एक पारी और 115 रनों से जीत लिया था। साल 2012 पुजारा के लिए निजी तौर पर बहुत अच्छा रहा था। उन्होंने उस साल इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 438 रन बनाए थे। जिसमें उन्होंने अपना पहला दोहरा शतक लगाया था।
जोहान्सबर्ग में खेली 153 रनों की पारी: दोहरा शतक लगाने का ये सिलसिला अगले साल भी बना रहा , जब ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर आई तो उन्होंने हैदराबाद में ये कारनामा फिर किया। उसी साल भारतीय टीम जब दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थी तो पुजारा ने टेस्ट सीरीज में भारत की ओर से सर्वाधिक रन बनाए। इसमें उनकी जोहान्सबर्ग में खेली गई 153 रनों की पारी शामिल रही।
सीरीज विनर पुजारा: इसके बाद 2015 में कोलंबो में पुजारा के बल्ले से 145 रनों की वो नाबाद पारी आई जिसकी मदद से भारत ने श्रीलंका में तीसरा टेस्ट मैच जीता और सीरीज अपने नाम की। 2016 में न्यूजीलैंड की टीम भारत आई तो उस सीरीज में पुजारा ने सबसे ज्यादा रन बनाए और ये सीरीज भारत के नाम हुई। 2017 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर थी। इस सीरीज में भारत की ओर से पुजारा ने सर्वाधिक रन बनाए और भारत ये सीरीज जीता। इसमें उनका रांची में लगाया दोहरा शतक शामिल था। 2022 में टीम इंडिया बांग्लादेश सीरीज खेलने गई थी। ये सीरीज भारत के नाम रही थी और सीरीज में सर्वाधिक रन पुजारा ने ही बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया का ऐतिहासिक दौरा
साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने आप में ऐतिहासिक थी। क्योंकि यह पहली बार था जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट सीरीज जीती थी। ये सीरीज पुजारा की बल्लेबाजी के लिए भी जानी जाती हैं जहां उन्होंने पूरी सीरीज में सर्वाधिक रन बनाए और वे प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे। उन्होंने उस समय तीन टेस्ट मैचों एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में शतक लगाए थे। सिडनी में खेली गई 193 रनों की पारी चेतेश्वर पुजारा का भारत से बाहर सर्वाधिक निजी स्कोर है। एडिलेड और मेलबर्न टेस्ट को जीतने में पुजारा की शतकीय पारियों का अहम योगदान था। चार मैचों में से तीन में शतक लगाना ही बताता है कि ये योगदान कितना बड़ा था। जिसके चलते भारत ने ऑस्ट्रेलिया में जीत दर्ज की थी।