Karwa Chauth: ऐसा कहा जाता है सुहागिनों के जीवन में सास का स्थान बेहद खास होता है।आखिर उनके जीवनसाथी की जननी होने के साथ ही उनकी भूमिका खास होती है।ऐसे में बहूओं का दायित्व भी उनके प्रति बढ़ जाता है।सास को खुश करने और उनका शुभाशीष पाने के लिए आप उन्हें करवा चौथ के मौके पर कुछ खास उपहार भेंट कर सकतीं हैं।यही तोहफा बाया कहलाता है।इनमें वस्त्र, आभूषण और खाने की वस्तुएं और सुहाग का सामान रहता है।
करवा चौथ के मौके पर बाजार भी बेहतरीन उपहारों एवं साड़ियों से सज चुके हैं।आप कामकाजी हों या गृहिणी थोड़ा वक्त निकालकर अपनी सासू मां के लिए सुंदर भेंट खरीद सकती हैं।ये तोहफा आप उन्हें उपहारस्वरूप भेंटकर उनका आशीष प्राप्त कर सकती हैं।

Karwa Chauth: क्या बेहतर उपहार दे सकतीं हैं आप?
Karwa Chauth: बदलते जमाने के साथ आज लोगों के रहन-सहन और खानपान में भी बदलाव आया है।बहुत सी महिलाएं कामकाजी हैं, तो कई घर-गृहस्थी में व्यस्त रहतीं हैं।ऐसे में हो सकता है कि आपकी सास भी वर्किंग वूमन हों। ऐसे में आपके द्वारा दी जाने वाली भेंट भी अलग हो सकती है। मसलन साड़ी, सूट, दुपटटा के अलावा आप चाहे तो उन्हें लेटेस्ट कांजीवरम साड़ी, शिफोन, अगर वेस्टर्न ड्रेस पहनना पसंद करतीं हैं, तो उन्हें लांग इंडो वेस्टर्न पार्टी वियर गाउन भी दे सकतीं हैं।
सर्दियों ने दस्तक दे दी है, आप चाहें तो उन्हें वूलन, स्वेटर, शॉल के साथ यूनिक वूमन लांग कोर्ट भी दे सकतीं हैं।सुहागिन सास को चूड़ी, बिंदी, नेल पॉलिश, सिंदूर और क्रीम भी गिफ्ट में दी जा सकती हैं। इसके साथ ट्रेंडी गिफ्ट की रेंज में पर्स, क्लचर और कड़े भी भेंट कर सकतीं हैं।
Karwa Chauth: जानिए करवा चौथ पर चंद्रोदय और पूजा का शुभ मुहूर्त

इस करवा चौथ पर चंद्रोदय यानी चांद निकलने समय रात 8 बजकर 10 मिनट पर है। महिलाओं को इस समय तक निर्जला व्रत करना है। करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 01 मिनट से 07 बजकर 15 मिनट तक है। करवा चौथ का त्योहार सरगी के साथ शुरू होता है।
सरगी करवा चौथ के दिन सूर्योदय से पहले खाया जाता है। जो महिलाएं करवा चौथ रखती हैं उनके लिए उनकी सास सरगी बनाती हैं। करवा चौथ की शाम के समय चंद्रोदय से 1 घंटा पहले सम्पूर्ण शिव-परिवार की पूजा की विधिवत पूजा की जाती है।
संबंधित खबरें
- Karwa Chauth 2022: जानिए सुहागिनों को आखिर क्यों सरगी में दी जाती है फीकी मट्ठी ?
- इस Karwa Chauth पर 16 श्रृंगार कर रिझाएं पिया का मन, जानिए इसका महत्व और विवरण