Gupta Navratri 2022: आषाढ़ माह दिन गुरुवार शुक्ल पक्ष के साथ ही आज से गुप्त नवरात्र भी शुरू हो गए।इसका समापन 8 जुलाई को होगा। गुप्त नवरात्र के ये 9 दिन हर मायने में बेहद खास माने जाते हैं।इन्हीं 9 दिनों में देवी की पूजा-उपासना के साथ ही महाविद्याओं की खास साधना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि गुप्त नवरात्र में देवी के 9 रूपों की पूजा करने से इंसान की हर मनोकामना पूरी होती है। गुप्त नवरात्र के दौरान जो भी जातक पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं। उन पर दुर्गा मां प्रसन्न होकर अपनी विशेष कृपा बरसाती हैं। इन दिनों भक्त पूरे विधि-विधान के साथ माता रानी को प्रसन्न करते हैं। भजन-कीर्तन, पूजन और भोग लगाकर दुर्गा जी से शुभाशीष की प्राप्ति करते हैं।

Gupta Navratri 2022: नवरात्र के 4 पर्व ऋतु परिवर्तन का देते हैं संकेत

नवरात्र के चार पर्व ऋतु परिवर्तन का संकेत देते हैं।अश्विन माह में आने वाली नवरात्र शारदीय नवरात्र कहलाते हैं। चैत्र में आने वाले नवरात्र वासंतिक नवरात्र, माघ माह में मनाए जाने वाले नवरात्र शिशिर ऋतु का संकेत देते हैं। वहीं आषाण शुक्ल पक्ष वाले नवरात्र वर्षा ऋतु का संकेत देते हैं।ये सही अर्थों में हमें कुदरत में बदलाव और उनके अनुरूप ही जीवन जीने की कला सिखाते हैं।
Gupta Navratri 2022: किसी विशेष इच्छा की पूर्ति के लिए रखा जाता है व्रत
इन नवरात्र में साधक अपनी कोई विशेष इच्छा पूर्ति के लिए व्रत रखते हैं। देवी के समक्ष अपनी परेशानी बताकर उनसे शुभ फल मांगते हैं।इतना ही नहीं ये पूरी तरह से गोपनीय रहता है। मतलब इसका प्रचार और साधना एक प्रकार से गोपनीय रहती है। ऐसी मान्यता है कि इसमें नाम के अनुरूप ही गोपनीयता और चुपचाप पूजा का महत्व है।तभी साधक की मनोकामना पूरी होती है। देवी उस पर अपनी असीम अनुकंपा करतीं हैं।
Gupta navratri 2022: शुभ मुहूर्त
आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा तिथि से शुरू होंगी. प्रतिपदा तिथि 29 जून, की सुबह 08:21 बजे से 30 जून की सुबह 10:49 बजे तक रहेगी. वहीं घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 30 जून 2022 की सुबह 05:26 बजे से 06:43 बजे तक रहेगा।
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