Dev Diwali 2022: Dev Diwali 2022: हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर देव दीपावली का पावन पर्व मनाया जाता है।ये पर्व दीवाली के ठीक 15 दिन बाद मनाया जाता है।इस साल यह पर्व 8 नवंबर को मनाया जाने वाला है। देव दीपावली के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन देवी-देवता गंगा में स्नान करने के लिए पृथ्वी पर उतर कर आते हैं। श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इसी कारण देव दीपावली पर देवी-देवताओं के स्वागत के लिए वाराणसी के घाटों पर लाखों की संख्या में दीप जलाए जाते हैं।कुमाऊं में इसे बूढ़ी दीवाली के नाम से भी जाना जाता है।
देव दीपावली पर कुछ नियमों का पालन करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। देव दीवाली के मौके पर गंगा स्नान का काफी धार्मिक महत्व है।माना जाता है कि देव दीपावली के दिन गंगा स्नान करने पर व्यक्ति के जीवन के सभी दोष दूर हो जाते हैं। उसे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। यदि आप देव दीपावली पर गंगा नदी में स्नान न कर पाएं तो अपने घर में ही नहाते समय थोड़ा गंगा जल डालकर स्नान करें।

Dev Diwali 2022: जानिए देव दीवाली मनाने की कहानी
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार त्रिपुरासुर नामक राक्षस ने अपने आतंक से मनुष्यों सहित देवी-देवताओं और ऋषि मुनियों को भी परेशान कर दिया। सभी देवों ने शिव जी से उस राक्षस का अंत करने की प्रार्थना की। जिसके बाद भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध कर दिया। इसी खुशी में सभी इससे देवता अत्यंत प्रसन्न हुए और शिव जी का आभार व्यक्त करने के लिए उनकी नगरी काशी में पधारे। देवताओं ने काशी में अनेकों दीए जलाकर खुशियां मनाई थीं। जिस दिन ये घटना हुई वो कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि थी। यही कारण है कि हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा पर आज भी काशी में दीवाली मनाई जाती है।
Dev Diwali 2022: घर पर जरूर जलाएं 11 दीपक
देव दीवाली के दिन घर पर घी या सरसों के तेल के 11 दीपक जलाएं। पहले मिट्टी के दीये को मां तुलसी के पास रखें। इसके बाद एक दीये को घर के दरवाजे के बाहर रखें। बाकी बचे 9 दीयों को आप मंदिर में रख दें। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से आपका भाग्य समृद्ध होने के साथ घर में मां लक्ष्मी का वास होगा।
देव दीवाली के दिन गंगा नदी में स्नान करने के बाद 11 दीपों का दान करें। नदी किनारे स्थित किसी मंदिर में पूजा अर्चना कर घर लौट जाएं। घर जाकर मां तुलसी के गमले और मंदिर में घी का दीया जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा होगी।
Dev Diwali 2022: देव दीवाली पर ये काम जरूर करें
भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के लिए पीला रंग बहुत ही शुभ माना जाता है।देव दीवाली पर भगवान लक्ष्मी नारायण का आशीर्वाद पाने के लिए पीले रंग के वस्त्र अवश्य धारण करें।
देव दीवाली के दिन भगवान श्री हरि विष्णु की कृपा पाने के लिए विशेष रूप से भगवान सत्यनारायण की कथा सुनें। माना जाता है कि देव दीपावली और पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा को सुनने या पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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