Badrinath Dham: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू हो गई है और भक्तों के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं। इससे पहले केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे। अब बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खोल दिए गए हैं। बद्रीनाथ में भारी बर्फबारी जारी है फिर भी लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है। बद्रीनाथ के कपाट खुलते ही श्रद्धालु जयकारे लगाने लगे और झूमते हुए नजर आए। इस साल भी पहली पूजा और आरती प्रधानमंत्री मोदी के नाम से की गई। इस खास मौके पर आईटीबीपी के बैंड और गढ़वाल स्काउट्स ने पस्तुति दी।
इससे पहले केदारनाथ धाम के कपाट छह माह बंद रहने के बाद मंगलवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। केदारनाथ के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाने से सभी श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया है। इसके साथ ही उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा की शुरुआत हो गई है। जानकारी के अनुसार मंदिर को 15 टन से अधिक फूलों से सजाया गया है। भारी बर्फबारी के बाद भी श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें देखने को मिली। कपाट खुलने के बाद हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की गई।
Badrinath Dham: टिहरी नरेश द्वारा चयन होती है तारीख
Badrinath Dham: इस दिन को टिहरी नरेश द्वारा चयन किया जाता है। यह काफी पुरानी परंपरा है। जानकारी के अनुसार जिस दिन से वैशाख शुरू होते हैं उसी तिथि से बद्रीनाथ धाम के कपाट खोल दिए जाते हैं। मान्यता है कि यहां 6 महीने मनु्ष्य और 6 महीने देवता भगवान विष्णु की पूजा व अराधना की जाती है। महान हिमालय में उच्च स्थान पर स्थित चार तीर्थ स्थलों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को सामूहिक रूप से चार धाम के रूप में जाना जाता है। ये धार्मिक केंद्र हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करते हैं और भारत के उत्तरी भाग में धार्मिक तीर्थयात्रा के सबसे प्रसिद्ध केंद्र हैं।
संबंधित खबरें…