लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कथित गड़बड़ियों पर लिखे लेख को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बहस में अब शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत भी कूद पड़े हैं। उन्होंने राहुल गांधी के लेख का समर्थन करते हुए भारतीय जनता पार्टी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है।
“जवाब चुनाव आयोग को देना चाहिए, बीजेपी को नहीं” — राउत
संजय राउत ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी के लेख ने देशभर में आम जनता का ध्यान खींचा है और उसमें जो सवाल उठाए गए हैं, खासतौर पर चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर, उन पर सफाई देने की जिम्मेदारी बीजेपी की नहीं, बल्कि चुनाव आयोग की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी, पैनल बदलाव और अचानक 60 लाख से ज्यादा वोटरों के जुड़ने जैसे गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
जब उनसे फडणवीस द्वारा लिखे गए लेख के बारे में पूछा गया तो राउत ने चुटकी लेते हुए कहा, “मैंने तो वो लेख नहीं पढ़ा। लेकिन राहुल गांधी का लेख हर जगह पहुंच चुका है। जहां तक फडणवीस की बात है, वो चाहें गीता या कोई ग्रंथ ही क्यों न लिख लें, अब फर्क नहीं पड़ता। लोग अब उन्हें गंभीरता से नहीं लेते।”
“महाराष्ट्र में चुनाव छीना गया” — राउत का आरोप
संजय राउत ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी संवैधानिक पद पर हैं और उन्हें सवाल पूछने का पूरा अधिकार है। उन्होंने बीजेपी, शिंदे और अजित पवार खेमे पर चुनाव “चोरी” करने का आरोप लगाया। राउत ने सवाल किया, “अगर हम लोकसभा में जीत सकते हैं, तो फिर कुछ महीनों में अचानक बीजेपी को इतना बड़ा बहुमत कैसे मिला? क्या वाकई महाराष्ट्र में चुनाव हुए थे या नतीजे पहले से ही तय थे?”
पृष्ठभूमि: राहुल गांधी बनाम फडणवीस
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अपने लेख में नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को “लोकतंत्र की हत्या” करार देते हुए इसे “मैच फिक्सिंग जैसा जहर” बताया था। उन्होंने चुनाव आयोग और सरकारी संस्थाओं पर गंभीर दुरुपयोग के आरोप लगाए थे। इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी एक लेख लिखकर राहुल गांधी की बातों को खारिज करते हुए कहा था कि यह लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के हवाले देते हुए कहा था कि विपक्ष के सारे आरोप बेबुनियाद हैं।