‘मोदी जी खुद देश बेचकर चले जाएंगे’, कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

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कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में खरगे ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस के 84वें राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर तीखी टिप्पणी की। देशभर से आए 1,700 से अधिक कांग्रेस प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खरगे ने संसद के हालिया बजट सत्र को लेकर सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए।

खरगे ने आरोप लगाया कि संसद सत्र में सरकार ने विपक्ष की आवाज को दबाया और राहुल गांधी जैसे वरिष्ठ नेता को बोलने का मौका नहीं दिया गया, जो लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि देर रात तक संसद चलती रही, लेकिन ज़रूरी राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के लिए समय नहीं निकाला गया।

सरकारी संपत्तियों की बिक्री पर चिंता

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा सरकार सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है। उन्होंने आशंका जताई कि यदि यही रवैया जारी रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री मोदी देश की संपत्तियाँ बेचकर चले जाएंगे। एयरपोर्ट्स, माइनिंग सेक्टर, मीडिया हाउसेज़ और टेलीकॉम जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को उद्योगपति मित्रों को सौंपा जा रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकता है।

खरगे ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार काम करने के बजाय लगातार कांग्रेस को निशाना बना रही है। उन्होंने चुनावी संस्थाओं की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनावों में गड़बड़ियां हो रही हैं और ईवीएम प्रणाली पर भी संदेह जताया। उन्होंने कहा कि जब दुनिया बैलट पेपर की ओर लौट रही है, भारत अभी भी ईवीएम पर भरोसा कर रहा है – जो पारदर्शिता के लिए खतरा है।

विपक्षी राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने विपक्ष शासित राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। चाहे वह फंड की बात हो या योजनाओं के क्रियान्वयन की – केंद्र ने विपक्षी राज्यों की बातों को नज़रअंदाज़ किया है। मनरेगा जैसी योजनाओं में फंड की कमी को लेकर उन्होंने सरकार की नीयत पर सवाल उठाया।

विदेशों में जा रहे नौजवान और सरकार की चुप्पी

खरगे ने कहा कि आज लाखों युवा रोज़गार की तलाश में विदेशों में बसने को मजबूर हैं। कईयों को अमेरिका से हथकड़ियों में वापस भेजा जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री चुप रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार बार-बार यही दिखाने की कोशिश करती है कि देश का विकास केवल 2014 के बाद हुआ है, जबकि कांग्रेस काल में भी कई शहरों और योजनाओं की नींव रखी गई थी।

दलितों पर अत्याचार और सामाजिक असमानता का मुद्दा

खरगे ने जातिगत भेदभाव का मुद्दा उठाते हुए एक घटना का ज़िक्र किया जिसमें एक दलित व्यक्ति को मंदिर से बाहर निकलने के बाद गंगाजल से शुद्ध किया गया। उन्होंने कहा कि दलित भी हिंदू हैं, लेकिन सरकार इस तरह की घटनाओं पर भी मौन रहती है।