सपने में वह आती थी, गला दबाती थी वह। दहशत उसका इस कदर हावी हुआ उसके मन पर कि उसने खुद को ही खत्म कर लिया। दुखद अंधविश्वास से जुड़ा हुआ यह मामला वाकई में सच है। तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के पेरुंबक्कम इलाके में एक Police constable अंधविश्वास में इस कदर डूब गया कि उसकी जान ही चली गई।
कहा जा रहा है कि एक भूतनी के दहशत में उसने आत्महत्या कर ली। उस पुलिसवाले का नाम प्रभाकरण था, उसकी तैनाती कुड्डालोर सशस्त्र पुलिस में बतौर कांस्टेबल थी। 33 साल का प्रभाकरण अपने सरकारी आवास में मृत मिला। उसकी शादी विष्णुप्रिया से हुई थी और उनका एक बेटा और एक बेटी भी थी। पूरा परिवार हंसीखुशी के साथ कुड्डालोर में सशस्त्र पुलिस स्टेशन के सरकारी क्वार्टर में रहता था।
प्रभाकरण ने पत्नी को बताया कि वह डरावने सपने देखता है
प्रभाकरण की आत्महत्या के बाद उसकी पत्नी ने बताया कि वह पिछले कुछ समय से शारीरिक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जूझ रहा था। जिसका इलाज भी चल रहा था। थोड़े दिनों पहले प्रभाकरण ने पत्नी और अन्य लोगों से कहना शुरू कर दिया था कि वह रोज भयानक सपने देखता है।
सपने में प्रभाकर को दिखाई देता था कि आग में जली हुई एक महिला अपना हाथ उसके गले के पास लाती और फिर उसका गला घोंटने लगती। पत्नी, परिवार और दोस्तों ने प्रभाकरण को समझाया कि यह उसके मन का वहम है, उसे भूलने की कोशिश करे लेकिन प्रभाकरण लगभग-लगभग हर दिन उसी तरह की बातें करने लगा। जिसके बाद पत्नी और परिवार के लोगों ने सलाह की और उसे मनोचिकित्सक के पास ले गए, जहां उसका इलाज होने लगा। कभी वो बेहतर महसूस करता तो कभी फिर से वही पुरानी डरावनी बातें बोलने लगता।
इस बीच प्रभाकरण ने कथित तौर पर कई ज्योतिषियों से भी संपर्क किया और उनसे अपने सपने के राज को जानने की कोशिश की। इलाज के साथ-साथ कुंडली और ग्रहों के खेल में उलझा प्रभाकरण की बीमारी जस की तस बनी रही। इसके बाद ज्योतिषियों और तांत्रिक की सलाह पर उसने इलाज के बहाने 15 दिन की छुट्टी ली और खुद को अपने घर के पूजा कक्ष में बंद कर लिया। इतना ही नहीं प्रभाकरण ने पत्नी और बच्चों को भी मेलपट्टमबक्कम में एक रिश्तेदार के यहां भेज दिया।
प्रभाकरण ने सरकारी आवास की छत से फंदा लगाकर जान दे दी
रिश्तेदार से मिलकर जब उनकी पत्नी वापस घर लौटी तो उसने प्रभाकरण को छत से लटका पाया। पत्नी ने शोर मचाया तो आसपड़ोस के लोग आये और प्रभाकरण को फंदे से उतार कर कुड्डालोर के सरकारी अस्पताल ले गये। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद कुड्डालोर न्यू टाउन पुलिस ने प्रभाकरण की लाश को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस मामले में कुड्डालोर न्यू टाउन पुलिस ने कहा कि पत्नी और परिवार का कहना है कि प्रभाकरण ने भूत के डर से जान दे दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं साथ में यह भी पता चला है कि इससे पहले भी कुड्डालोर सशस्त्र पुलिस स्टेशन के सरकारी क्वार्टर में एक महिला सिपाही ने आत्महत्या कर ली थी। बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने वाली महिला सिपाही ने शरीर पर केरोसिन डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया था।
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