कानपुर में एक निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत धराशायी हो गई। इस दौरान वहां काम कर रहे करीब पचास मजदूर मलबे में दब गये। मलबे में से करीब 17 लोगों को निकालकर काशीराम अस्पताल भेजा गया है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो इस हादसे में करीब एक दर्जन लोगो की मौत हुयी है और इससे भी ज्यादा लोग मलबे में अब भी दबे हुए हैं।
चकेरी थाना क्षेत्र के जाजमऊ इलाके में बन रही यह बिल्डिंग समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम की बताई जा रही है। पांच मंजिल की यह निर्माणाधीन बिल्डिंग तब भरभराकर ढह गयी थी जब पांचवी मंजिल पर स्लैब लगाने का काम चल रहा था। राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना की तीन टुकड़ियों को बुलाया गया है ।
घटना की जानकारी लेने पहुँचे कानपुर डीआईजी राजेश डी मोदक ने कहा कि सात घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है। छः मृतकों के भी शव अब तक निकाले जा चुके हैं। यहां के लोगों का कहना है कि अभी और भी लोग मलबे में दबे हैं। सकुशल बचाए गए लोगों में एक बच्ची भी है।राहत बचाव कार्य के लिए सेना और पुलिस की टीम लगी है। लखनऊ और बनारस से एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया लिया गया है। प्रशासन की प्राथमिकता है की जो भी लोग मलबे में फंसे हुए हैं उन्हें जल्दी से जल्दी निकाला जा सके। अभी कितने लोग फंसे हैं यह अंदाजा लगाना मुश्किल है ।
यहाँ काम करने वाले कुछ मजदूरों के बारे में मिली जानकारी के अनुसार ये छत्तीसगढ़ के निवासी थे और इसी इमारत में रहा करते थे। यह बिल्डिंग संकरी गली के अन्दर स्थित थी जिसकी वजह से राहत और बचाव कार्यों में सेना और पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। घटना की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।इस घटना में बिल्डिंग के मालिक और समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है।