रिश्ता बनाना जितना आसान होता है, उसे निभाना उतना ही चुनौतीपूर्ण। आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और लोगों की बदलती प्राथमिकताओं के साथ रिश्तों के मायने भी बदल रहे हैं। एक नया ट्रेंड, जो आजकल तेजी से फैल रहा है, वह है “लिविंग अपार्ट टूगेदर” (LAT)। इस ट्रेंड को अपनाने वाले कपल्स एक-दूसरे से रोमांटिक रूप से जुड़े होते हुए भी साथ नहीं रहते, बल्कि अलग-अलग स्थानों पर निवास करते हैं। इस ट्रेंड के बारे में और अधिक जानने के लिए हमने सीनियर साइकोलॉजिस्ट मोनिका शर्मा से बात की। आइए, इस ट्रेंड की गहराई में उतरते हैं।
लिविंग अपार्ट टूगेदर (LAT) क्या है?
“लिविंग अपार्ट टूगेदर” (LAT) एक ऐसा ट्रेंड है जिसमें कपल्स एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हुए भी साथ नहीं रहते। कुछ कपल्स अलग-अलग अपार्टमेंट्स में, कुछ अलग-अलग इलाकों में और कुछ एक शहर में रहते हुए दूसरे शहर के उपनगर में रहते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता से लेकर वित्तीय और करियर संबंधी कारण।
LAT ट्रेंड का बढ़ता हुआ चलन
LAT का ट्रेंड वर्तमान में कई कपल्स के लिए एक आकर्षक विकल्प बन चुका है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे कई प्रमुख कारण हो सकते हैं, जैसे:
स्वतंत्रता की आवश्यकता: कुछ लोग अपनी स्वतंत्रता को बहुत महत्व देते हैं। LAT उन्हें यह सुविधा प्रदान करता है कि वे अलग-अलग जगहों पर रहकर अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता का आनंद ले सकते हैं, जबकि एक रोमांटिक संबंध भी बनाए रख सकते हैं।
करियर की प्राथमिकता: कुछ कपल्स अपने करियर की वजह से LAT को चुनते हैं। अगर दोनों पार्टनर्स एक ही शहर में अलग-अलग जगहों पर काम करते हैं, तो वे अपने करियर को बनाए रखते हुए LAT का विकल्प चुन सकते हैं।
पहले से मौजूद परिवार: अगर किसी एक पार्टनर के पहले से बच्चे हैं, तो LAT कपल्स के लिए यह एक समझदारी भरा विकल्प हो सकता है।
LAT के फायदे
अलग-अलग रहकर दोनों पार्टनर्स अपने-अपने घरों को अपनी पसंद से मैनेज कर सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक स्वतंत्रता मिलती है।
LAT कपल्स को अपने रिश्ते पर ध्यान केंद्रित करने का ज्यादा मौका मिलता है, और वे रोजमर्रा के घरेलू झगड़ों से बच सकते हैं।
जब दोनों पार्टनर्स एक-दूसरे से कुछ समय के लिए दूर रहते हैं, तो उनका प्यार और रोमांस ताजगी से भरपूर रहता है।
LAT के नुकसान
हालांकि LAT के कई फायदे हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। सबसे बड़ा नुकसान यह हो सकता है कि अलग-अलग घरों में रहने के कारण वित्तीय समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, यह रिश्तों में असुरक्षा, ईर्ष्या और अकेलापन जैसी भावनाओं को बढ़ा सकता है, जिससे कभी-कभी रिश्ता कमजोर पड़ सकता है।
“लिविंग अपार्ट टूगेदर” (LAT) ट्रेंड एक ऐसा विकल्प है जो कपल्स को अपनी स्वतंत्रता का अनुभव कराते हुए भी रिश्ते में रोमांटिकता बनाए रखने का मौका देता है, लेकिन इसका पालन करते वक्त सावधानी बरतना जरूरी है, ताकि इससे उत्पन्न होने वाली समस्याएं रिश्ते को नुकसान न पहुंचाएं।