तिल तो सभी घरों में पाया जाता है। ये खाने में स्वादिष्ट होता है साथ ही सेहत के लिए भी गुणकारी होता है। तिल का कई अलग तरह की डिश और डेजर्ट फूड का जायका बढ़ाने के लिए इसे प्रयोग में लाया जाता है तिल में मौजूद पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा-6, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फासफॉरस जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को बड़ा फायदा पहुंचाते हैं।
तिल में कई तरह के लवण जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम होते हैं जो हृदय की मांसपेशियों को सक्रिय रूप से काम करने में मदद करते हैं।

तिल में पाए जाने वाला मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड हमारी बॉडी में कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करता है। दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है। ये हमारा ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रखता है।
तिल खाने से दिमागी ताकत बढ़ती है। इसमें पाया जाने वाला लिपोफोलिक एंटीऑक्सीडेंट दिमाग पर उम्र का असर जल्दी नहीं होने देते। दरअसल, बुढ़ापे में यादाश्त कमजोर होने लगती है।

ऐसे में यदि आप रोजाना तिल या तिल से बनी चीजें खाएं तो आपके मेंटल हेल्थ पर इसका सकारात्मक असर हो सकता है। तिल का तेल त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसकी मदद से त्वचा को जरूरी पोषण मिलता है और इसमें नमी बरकरार रहती है।
तिल में सेसमीन नाम का एन्टीऑक्सिडेंट पाया जाता है जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। अपनी इस खूबी की वजह से ही यह लंग कैंसर, पेट के कैंसर, ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका को कम करता है। इसके अलावा भी तिल के कई फायदे हैं।

तिल में कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैगनीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जिनसे हड्डियों का निर्माण होता है। ऐसे में यदि आप सर्दी के मौसम में तिल खाने की आदत डाल लें तो आपको इस मौसम में हड्डियों का दर्द परेशान नहीं करेगा।
दिन में यदि एक बड़ा चम्मच तिल खाया जाए तो इससे दांत भी मजबूत होते हैं। तिल में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का स्तर ऊंचा होता है, इसलिए इसे खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।