आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत पर पूरा ध्यान नहीं दे पाते, खासकर हड्डियों की मजबूती को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर सीढ़ियां चढ़ते समय जल्दी थकावट महसूस होती है या एक्सरसाइज के दौरान शरीर भारी लगने लगता है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं। कई बार हमारी रोजमर्रा की गलत आदतें भी हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे आगे चलकर गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
कम उम्र में भी हड्डियां हो सकती हैं कमजोर
अक्सर लोग मानते हैं कि हड्डियों की समस्याएं केवल बढ़ती उम्र में होती हैं, लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। बदलती जीवनशैली और खराब खानपान के कारण कम उम्र में भी हड्डियों की ताकत घटने लगती है। अगर सही समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह आगे चलकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस: जब हड्डियां हो जाती हैं बेहद कमजोर
गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों में हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि जरा-सी चोट भी फ्रैक्चर का कारण बन सकती है। इस बीमारी का पता तब लगता है जब स्थिति गंभीर हो चुकी होती है। इसलिए जरूरी है कि हम समय रहते अपनी आदतों में बदलाव करें और हड्डियों की सेहत को प्राथमिकता दें।
गलत खानपान भी जिम्मेदार
प्रोटीन को सेहत के लिए जरूरी माना जाता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन हड्डियों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। अधिक प्रोटीन लेने से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं। इसलिए संतुलित आहार का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
धूप से दूरी पड़ सकती है महंगी
विटामिन डी की कमी हड्डियों के कमजोर होने का एक बड़ा कारण है। अगर शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिलती, तो कैल्शियम का अवशोषण सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। अमेरिकन नेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन के अनुसार, 50 साल से कम उम्र के लोगों को रोजाना 400-800 IU विटामिन डी की जरूरत होती है, जबकि 50 साल से अधिक उम्र वालों के लिए यह मात्रा 800-1000 IU होनी चाहिए। अगर धूप से पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर सप्लीमेंट्स लेना फायदेमंद हो सकता है।
समय रहते बरतें सावधानी
अगर आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं, तो अपनी दिनचर्या में सुधार करें। संतुलित आहार लें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, धूप में कुछ समय बिताएं और हड्डियों को कमजोर करने वाली आदतों से बचें। सही समय पर सही कदम उठाने से भविष्य में हड्डियों से जुड़ी गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।